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*राहुल गाँधी द्वारा भारत-जोड़ो-यात्रा का बनावटी ढोंग समझो*

 



*👉नोट:--(1)--पूना-करार होने के बावजूद भी SC ST का आरक्षण खत्म करने के लिए 1939 में शुरू हुए दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान अंग्रेजो को सपोर्ट करने वाले गांधी जी और काँग्रेस ने अंग्रेजो के खिलाफ 8 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया जिसे आज के परपेक्ष में समझना होगा जैसे...आज ठीक वैसे ही जब बाबासाहेब के मिशन को पूरा करने के लिए बाबासाहेब जी के एकला आदर्शवादी चेला मान्यवर काँशीराम साहब द्वारा बनाई पार्टी बहुजन समाज पार्टी के तत्वाधान मे तथा भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी के मार्गदर्शन में भीमवादी दलित बब्बर शेर बहुजन समाज पार्टी के राजकुमार भाई आकाश आनंद साहब के नेतृत्व में 2024 में बहन मायावती जी को प्रधानमंत्री बनाकर शूद्रों कि सरकार केंद्र में बनाने के लिए दक्षिण भारत से जिस बहुजन आंदोलन कि शुरुआत कि है जिससे डरी हुई काँग्रेस ने BSP को रोकने के लिए अगस्त महीने में दक्षिण भारत से ही भारत छोड़ो आंदोलन कि भाँति पप्पू राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत-यात्रा-जोड़ो आंदोलन कि शुरुआत कि है परन्तु लोगो को दिखाने के लिए पंडित-पुजारी कि मीडिया BJP के विरुद्ध भारत जोड़ो-यात्रा को दिखाकर लोगो को गुमराह करने में लगा है*


*🌹1)...ये वक्त तकाजा नही है बल्कि RSS-BJP कि जननी काँग्रेस पार्टी ही ऐसा SYSTEM बना चुकी है कि केंद्र मे सिर्फ और सिर्फ पंडित-पुजारी कि पार्टी काँग्रेस और BJP ही राज व शासन करे ताकि कोई तीसरी पार्टी अर्थात BSP/भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी के नेतृत्व मे तीसरे मोर्चे का गठन न होने पावे और तीसरी पार्टी कभी भी अपनी सरकार केंद्र तथा देश के सभी राज्यों में बनाने कि हिम्मत न कर सके...काँग्रेस-BJP को सिर्फ BSP/बहन मायावती जी से डर व भय है*


*🌹2)...इसीलिये काँग्रेस के राजकुमार राहुल गाँधी नाटक फैलाकर भारत-जोड़ो-यात्रा का ड्रामा घूम-घूमकर कर रहे है काश...राहुल गाँधी महराज इस काँग्रेसी EVM देवता यंत्र व कोलजियम-सिस्टम वाली अदालत का आतंक खत्म करने के लिए भारत-जोड़ो-यात्रा का ढोंग न करके सिर्फ संसद-भवन के सामने अनिश्चित-कालीन धरना-प्रदर्शन व आन्दोलन किये होते तो आज देश के वफादार-मुसलमान भाईयों के साथ-साथ SC ST OBC भाई लोग भी काँग्रेस के इस राजकुमार राहुल गाँधी जी को अपना मसीहा-रहनुमा भाग्य-विधाता कहकर पुकारते....*


*🌹3)...मगर यह काँग्रेस का राजकुमार राहुल गाँधी EVM-कोलजियम के खिलाफ एक शब्द नही बोलकर कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को और अधिक होशियार करके जगा दिया है..हा हा*


*🌹4)...देश के MUSLIM SC ST OBC कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को पता चल गया है कि काँग्रेस/BJP कि रामवादी-मनुवादी सोंच यही है कि तीसरे मोर्चे का उदय BSP/बहन जी के तत्वाधान में हरगिज/कदापि नही बनना चाहिए और हम दोनो पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस/BJP ही बारी-बारी से आजीवन इन बुद्ध के शूद्रो पर हुकूमत करते रहे और BSP/बहन जी देश मे कभी शासन न करने पावे*


*🌹5)...इसीलिये जिस दक्षिण भारत में हाल ही में BSP के राजकुमार तथा बाबासाहेब व मान्यवर काँशीराम साहब के बाद देश लेबल पर तीसरे रहनुमा-मसीहा "भाई आकाश आनंद साहब" ने BSP कि सरकार बनाने के लिए जिस तरह तेज आँधी-तूफान कि भाँति नीला झंडा फहराने के लिए जी-जान लगाकर रात-दिन मेहनत कर रहे है ये किसी से छिपा नही है जो काबिले तारीफ है इसीलिये उसी दक्षिण भारत से RSS-BJP कि जननी काँग्रेस के राजकुमार राहुल गाँधी का नाटकीय भारत-जोड़ो-यात्रा का ढोंग दिन ब दिन लोगो को गुमराह करने मे कोई कोर-कसर नही छोड़ना चाहता है क्योंकि ऐसे ही पूर्व में भी काँग्रेस ने लोगो को अपनी तत्कालीन B टीम सोशलिस्ट धड़े के नाम से गुमराह किया था वैसे ही आज कि अपनी B टीम हिंदू महासभा-जनसंघ-BJP और अपनी C टीम AAP-केजरीवाल व ममता बनर्जी के नाम से गुमराह कर रहे है परंतु लोगो ने अब BSP में अपनी आस्था दिखाई है मगर जनता को बखूबी पता है कि देश के गली-गली में BSP है परंतु EVM में बसपा नही है EVM में सिर्फ काँग्रेस-BJP है इस EVM में गड़बड़ी करके काँग्रेस-BJP रामराज-मनुराज कि सरकार बना रही है तथा भीमराज-शूद्रराज कि सरकार पर अंकुश लगा रही है*


*🌹6)...काँग्रेस ने हमेशा MUSLIM SC ST OBC शूद्र बहुजन कामगार-श्रमिक-मजदूर यानि कलाकार जाति पेशेवर जाति को शूद्रों के पार्टी के साथ जाने से रोकने के लिए षड्यंत्र के तहत समाजवादी तथा हिंदुत्व-वादी विचारों के नाम से गुमराह किया है और गुमराह करते आ रहे है...*


*🌹7) जैसे...1937 के चुनाव में जहाँ पंजाब-बंगाल में MUSLIM SC ST OBC कि सरकारें बन गई थी तथा 1936 में MUSLIM SC ST OBC किसान-मजदूर-कारीगरों को लेकर स्वतंत्र मजदूर पार्टी (इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी) बनाकर बाबासाहेब जी ने 1937 के चुनाव में महाराष्ट्रा में 17 सीटे लड़कर 14 सीटे जीती थी 1932 में जान कि बाजी लगाकर बाबासाहेब ने SC ST को 2 वोट का औऱ पृथक निर्वाचन क्षेत्र का अधिकार दिलवाया जिसे खत्म करने के लिए गाँधी जी ने आमरण अनशन करके पूना-करार के माध्यम से SC ST के 2 वोट के अधिकार व पृथक निर्वाचन क्षेत्र को खत्म करके पंडित-पुजारी पर निर्भर रहने-वाला आरक्षण का सिस्टम बनाया* 


*💐8)...SC ST के इस आरक्षण-हक-अधिकार को गाँधी जी और काँग्रेस खत्म करना चाहती थी जिसके लिए पूना-करार कि शर्त का उल्लंघन करके काँग्रेस ने दलितों के असली उम्मीदवारों को 1942 में प्राथमिक चुनाव में दलितों के 4-4 उम्मीदवारों में से जीते हुए बाबासाहेब के उम्मीदवारो को छोड़कर 1-संयुक्त निर्वाचन क्षेत्र के माध्यम से हराया और दलितों के हितैषी डॉ. अंबेडकर नही है बल्कि काँग्रेस ही है ऐसा अंग्रेजो को बोलकर संविधान में SC ST को संयुक्त निर्वाचन क्षेत्र में बाबासाहेब द्वारा दिए हुए आरक्षण-हक-अधिकार खत्म करना चाहते थे यह आरक्षण संविधान में नही मिलना चाहिए ऐसा प्रबंध/उपाय गाँधी जी और काँग्रेस करने लगी थी*


*🌹9)...तो दूसरी तरफ अंग्रेजो ने बाबासाहेब को अपने मंत्रिमंडल में ले लिया था जिससे गाँधी जी और काँग्रेस डर गई कि कही डॉ. अंबेडकर कि बातों को मानकर ये अंग्रेजी हुकूमत MUSLIM SC ST OBC आदि को भी संविधान में आरक्षण दे देंगे जिसके चलते गाँधी जी और काँग्रेस ने क्रिप्स मिशन से शिकायत किये कि---डॉ. अंबेडकर और उनकी पार्टी स्वतंत्र मजदूर पार्टी (इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी) तो मजदूरों कि पार्टी है तो डॉ. अंबेडकर सिर्फ मजदूरों कि बात रखे दलितों कि बात न रखे (ठीक ऐसे ही 1949 में संविधान सभा मे बाबासाहेब ने मुस्लिमो के आरक्षण कि बात रखी तो पंडित जवाहर लाल नेहरू ने विरोध किया था कि मुस्लिमों कि बात मुस्लिम रखे आप मत रखो...) क्योंकि काँग्रेस दलित तथा पूरे देश कि पार्टी है जिसके चलते बाबासाहेब ने जिन SC ST के लिए गोलमेज परिषद-पूना-करार से आरक्षण और हक-अधिकार छीनकर लाये थे वह खत्म न होने पावे उसे बचाने के लिए तथा आरक्षण का अधिकार संविधान में सुरक्षित रखने के लिए MUSLIM SC ST OBC मजदूर आदि का प्रतिनिधित्व करने वाली स्वतंत्र मजदूर पार्टी (इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी) का नाम बदल कर SC ST तक सीमित होने वाली पार्टी का नाम मजबूरी मे "शेड्यूल कास्ट फेडरेशन" रखा था*


*🌹10)...स्वतंत्र मजदूर पार्टी (इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी) का नाम बदलकर "शेड्यूल कास्ट फेडरेशन" करने के बाद बाबासाहेब ने 1943 में बंगाल में अशरफ-वादी-सय्यद-वादी-जमीदार-वादी मुस्लिम लीग व हिंदू महासभा कि (फजूलल हक+शामा प्रसाद मुखर्जी) कि सरकार उखाड़ फेंककर दलित+मुस्लिम गठबंधन कि सरकार बनाई थी*


*🌹11)...विश्वरत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकरजी ने मनुवादी कांग्रेस आदि से लड़कर OBC शूद्र भाईयों के आरक्षण के लिए संविधान में धारा 340 के तहत आरक्षण कि व्यवस्था कि थी तथा 24-25 अगस्त 1948 में बाबासाहेब ने लखनऊ में दलित-पिछड़ा OBC सम्मेलन में यह भविष्यवाणी-घोषणा कि थी कि यदि दलित-पिछड़ा OBC यदि राजनैतिक तौर पर एक हो गया तो ये गोविंद बल्लभ पंत जैसे लोग तुम्हारे जूते के फीता बाँधने में गर्व महसूस करेंगे ये गोविंद बल्लभ पंत तत्कालीन लखनऊ के मुख्यमंत्री थे जो उस वक्त मंच पर भी मौजूद थे*


*🌹12)...दलित-पिछड़ा OBC राजनैतिक तौर पर एक न होने पावे तथा कलाकार पेशेवर जाति वाले बुद्ध के शूद्र OBC भाईयों को आरक्षण न मिले तथा 1931 के बाद भविष्य में कभी भी OBC कि जनगणना न हो इसलिएपंडित नेहरू ने घिनौना-नीच व घटिया काम करते हुए 1871 से चली आ रही जाति-आधारित जनगणना को खत्म करके धर्म पर आधारित जनगणना कराने का कानून "राष्ट्रीय जनगणना कानून" 1948 में बनाया...जैसे काका कालेलकर व मंडल आयोग के जिन्न से घबराकर दुनियाँ ने जिस EVM मशीन को ठुकराई थी उस EVM मशीन को इंदिरा गाँधी जी ने 1982 में भारत मे लाकर शूद्रों के वोट पर जबरजस्ती डाका डालने के लिए तथा लोकतंत्र-संविधान का कत्लेआम करने के लिए विदेश से लाई जिसे बाबरी मस्जिद का खून करने वाले RSS-वादी काँग्रेसी प्रधानमंत्री P.V नरसिम्हा राव ने बैलेट-पेपर को दफनाकर 1993-94 में EVM से चुनाव कराने का कानून बना दिये*


*🌹13)...तथा इससे SC ST OBC का ध्यान हटाने के लिए समाजवादी विचारों वाले काँग्रेसी पंडित जवाहर लाल नेहरू ने देश मे हमेशा-हमेशा के लिए हिंदू×मुस्लिम नफरत का जहर OBC शूद्र भाईयों के दिलो-दिमाँग मे घोलकर वफादार मुस्लिम भाईयो कि प्रतिमा दुश्मन/गद्दार/आतंकवादी बनाने के काम को अंजाम देने तथा हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण कि राजनीति को जन्म देने के लिए अपने समाजवादी प्यादे राम मनोहर लोहिया को षड्यंत्र के तहत आगे करके समाजवादी नाम का उदय अपनी B टीम के रूप में किया था जिसके चलते समाजवादी लोग-सोशलिस्ट धड़े से 13 विधायकों ने 1948 में नूरा-कुश्ती के तहत यूपी विधानसभा से इस्तीफा देकर काँग्रेस  के इशारे पर चलने वाली अपनी समाजवादी धड़े कि अलग पार्टी बनवाई...(इसी प्रकार बाबरी मस्जिद को कंधा बनाकर मुस्लिम-कौम को उल्लू-गुलाम-बेवकूफ बनाने के लिए काँग्रेस-BJP-RSS ने षड्यंत्र के तहत अपने प्यादे मुलायम सिंह यादव को मुल्ला-मुलायम नाम देकर मुस्लिम-कौम को दलित के साथ जाने से रोक दिया वरना बाबरी मस्जिद के खून के बाद दलित+मुस्लिम 1943 के भाँति एक होकर देश-प्रदेशो में कब का सरकार बना लेते*


*🌹14)...समाजवादी धड़े के 13 विधायको के इस्तीफे के बाद षड्यंत्र के तहत 1948 में फैजाबाद/अयोध्या के उप-चुनाव में प्रधानमंत्री नेहरू के नेतृत्व वाली केंद्र व लखनऊ कि प्रान्तीय सरकार ने राम मंदिर के कार्ड को खेलते हुए काँग्रेस के फैजाबाद/अयोध्या के उम्मीदवार बाबा राघवदास के माध्यम से षड्यंत्र के तहत राम जन्मभूमि विवाद को खड़ा करने के लिए यानि हिंदू × मुस्लिम नफरत के बीज बोने के लिए बाबा राघवदास ने सौगंध ली और अपनी सभी जन-सभाओं में घोषणा कियाजिसमें कि मै राम जन्मभूमि को अन्य धर्म के लोगो से मुक्त कराऊँगा उप-चुनाव से पहले काँग्रेस ने अयोध्या में पोस्टर लगवाए थे  काँग्रेस ने नूरा-कुश्ती के तहत अपने से अलग किए गये समाजवादी धड़े के नेता/इस्तीफा दिए हुए विधायक यानि विरोधी उम्मीदवार आचार्य नरेंद्र देव को रावण की तरह दिखाया गया और काँग्रेस  प्रत्याशी बाबा राघवदास को राम की तरह पेश किया गया था*


*🌹15)...जीत के बाद राघवदास ने प्रधानमंत्री नेहरू-काँग्रेस के इशारे से अपना संकल्प पूरा करने के लिए अयोध्या में साधु-संतों के साथ बैठक किये जिसके बाद रात के अंधेरे में दिसंबर-1949 में राम की मूर्ति रखवाकर OBC जनगणना और राजनैतिक आदि आरक्षण-अधिकारों को खत्म करने का संकल्प पूरा किया...वास्तव में नेहरू-काँग्रेस का संकल्प राम मंदिर नही था बल्कि बाबासाहेब ने संविधान में OBC को आर्टिकल 340 में दिए हुए थे उस OBC के आरक्षण को राम कि आड़ में खत्म करने का संकल्प था---*


*🌹16)...जब अगली सुबह से घोर हंगामा हुआ उस वक्त फैजाबाद के D.M के.के नायर थे जिन्होंने मूर्ति हटाने से इन्कार कर दिया था उस समय U.P के C.M गोविंद वल्लभ पंत ही थे उस वक्त प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल थे,जैसे 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का खून करते समय प्रधानमंत्री RSS-वादी काँग्रेसी P.V नरसिम्हा राव थे तो U.P के मुख्यमंत्री BJP के कल्याण सिंह थे...उत्तर प्रदेश के फैजाबाद/अयोध्या के 1948 उप-चुनाव से काँग्रेस ने SC ST OBC इन शूद्रों को हिंदू बनाकर हिंदू X मुस्लिम नरसंहार के अभियान कि शरुआत करी थी जिसे 1990 में केंद्र मे काँग्रेस कि सरकार ने BJP के माध्यम से बाबरी मस्जिद का खून करके अंजाम दिया था जो आज 2022 में भी हिंदू×मुस्लिम नफरत को बढ़ाने का दौर काँग्रेस-BJP-RSS ने जोर-शोर से जारी रखा है*


*👉नोट:-(2) जब भी शूद्र देश कि सत्ता स्थापित करने के नजदीक पहुँचते है तो काँग्रेस अपनी B टीम समाज-वादियों को आगे करके शूद्रों कि सरकार बनने से हमेशा रोक देती है जनता-दल आदि उसका जीता-जागता उदाहरण है...जैसे 1948 में बाबासाहेब ने दलित-पिछडो को लामबंद किये थे तो काँग्रेस ने बाबासाहेब के खिलाफ समाजवादी विचारों वाले काँग्रेसी प्यादे राम मनोहर लोहिया के नेतृत्व में समाजवादी धडे के 13 विधायको के इस्तीफे देकर समाजवादी पार्टी बनाई थी तथा काँग्रेस के प्रत्याशी बाबा राघवदास बनाम समाजवादी आचार्य नरेंद्र देव कि नूरा-कुश्ती कि आड़ में काँग्रेस ने हिंदू×मुस्लिम नफरत का जहरीला पेड़ लगा दिया*


*🌹 17)...1967 में बाबा-साहेब द्वारा जागृत हुए गैर-ब्राम्हणों ने 9 राज्यो में गैर-ब्राम्हण व गैर-काँग्रेसी सरकारे बनाई थी जिससे डरकर इन गैर-ब्राम्हण शूद्रों कि सरकार केंद्र में बनने से रोकने के लिए मनुवादी काँग्रेस ने पुनःह 1948 कि भाँति 1975-76 आपात-काल के ढोंग के आड़ में इंदिरा गाँधी ने काँग्रेस के बजाय देश मे गैर-ब्राम्हण यानि MUSLIM SC ST OBC-शूद्र वंचित हजारों कलाकार जाति-पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो कि सरकार बनने से रोकने के लिए समाज-वादियों कि जनता पार्टी कि सरकार राजनीति से सन्यास ले चुके गाँधीवादी-समाजवादी-RSS समर्थक जयप्रकाश नारायण के माध्यम से नुरा-कुश्ती के तहत बनवाई और तो और वादे से मुकरते हुए दलित बाबू जगजीवन राम को प्रधानमंत्री बनाने के बजाय पंडित-पुजारी मोरार जी देसाई को प्रधानमंत्री बनाया और शूद्रों कि सरकार बनने से रोक दिया...परंतु आज के जितने भी अम्बेडकर-वादी MUSLIM SC ST OBC छुट-भैये अवसरवादी नेता राम मनोहर लोहिया/जयप्रकाश नारायण आस्तीन के साँप वाले समाजवादी नेताओ से जगजीवन राम कि भाँति सबक नही ले रहे है*


*🌹18)...बाबासाहेब द्वारा जागृत हुए गैर-ब्राम्हण यानि MUSLIM SC ST OBC-शूद्र-बहुजन समाज ने 1967 में राज्यो में गैर-कांग्रेसी सरकार बनाई थी तो राजनीति से सन्यास ले चुके गांधीवादी-समाजवादी-RSS समर्थक जयप्रकाश नारायण के माध्यम से इंदिरा गांधी ने काँग्रेस के बजाय देश मे गैर-ब्राम्हण यानि MUSLIM SC ST OBC-शुद्र-बहुजन समाज कि सरकार बनाने से रोकने के लिए समाज-वादियों कि जनता पार्टी कि सरकार बनवाई और देश मे हिंदूxमुस्लिम नफरत का उत्पात मचाने के लिए कल कि जनसंघ-आज कि BJP को जयप्रकाश नारायण के माध्यम ऑक्सीजन दिया*


*🌹19)...बाबा साहेब के आंदोलन को MUSLIM SC ST OBC को बहुजन नाम से लामबंद करके बाबासाहेब के एकला आदर्शवादी चेला "मान्यवर काँशीराम साहब" ने बामसेफ-DS4 के माध्यम से "मंडल आयोग लागू करो वरना कुर्सी खाली करो" ऐसा आंदोलन देश भर में शुरू किया तो तभी काँग्रेस डर गई कि कहीं 1937-1943 कि भाँति पुनःह शूद्रों के नेता काँशीराम अपनी सरकार न बना लेवे तब इसे रोकने के लिए काँग्रेस ने अपने शासन-काल मे हुए मुस्लिम नरसंहार वाले 1986 मेरठ दंगा और 1989 के भागलपुर दंगे को हवा देकर और मंडल आयोग से OBC भाईयों का ध्यान हटाने के लिए बोफोर्स को कंधा बनाया गया तथा बोफोर्स को कंधा बनाकर माननीय श्री V.P सिंह साहब को जनता-दल मे प्रवेश करवाया गया मगर मंडल आयोग लागू करने पर पंडित-पुजारी ने षड्यंत्र के तहत इस भीमवादी क्षत्रिय प्रधानमंत्री V.P सिंह साहब को इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया माननीय श्री V.P सिंह साहब जनता दल के नाम से केंद्र में 1989 में रामो/बामो अर्थात राष्ट्रीय मोर्चा और बाम मोर्चा से गठबंधन करके सरकार भी बनाई थी....*


*🌹20)...इसी समाजवादी विचारों वाली जनता-दल कि सरकार में BJP ने राम रथ-यात्रा निकालकर देश मे हिंदू X मुस्लिम नफरत का जहर घोला और जनता-दल के गठबंधन वाले कंधे पर 2 सीट कि औकात वाली BJP 88 सीटे जीत गई यदि जनता-दल न होती तो BJP आज 2022 में भी 2 सीट से आगे न बढ़ती काँग्रेस ने ही समाजवादी विचारों वाली जनता-दल के कंधे पर BJP को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित/पहुंचाकर BJP का रास्ता साफ कर दिया..इसी BJP ने RSS वाले काँग्रेसी  प्रधानमंत्री P.V नरसिम्हा राव के आशीर्वाद से 6 दिसंबर 1992 को "बाबरी मस्जिद" का खून किया और पुनःह 1943, 1967 कि भाँति 1989 में बहुजन समाज पार्टी के बैनर तले मान्यवर काँशीराम जी नेतृत्व में शूद्रों कि सरकार केंद्र में बनने से रोक दिया*


*💐21)...1967 में 9 राज्यो में बनी गई-ब्राम्हणों कि सरकार से डरी हुई काँग्रेस-इंदिरा गाँधी ने सुप्रीम कोर्ट-हाई कोर्ट में हस्तक्षेप करके कॉलेजियम सिस्टम को जन्म दिया जिसका कानून 1993-94 में केन्द्र कि काँग्रेस सरकार ने बना दिया था...उसी तरह ही बाबासाहेब अंबेडकर जी के एकला आदर्शवादी चेला मान्यवर काँशीराम साहब और उनके बामसेफ-DS4-BSP से डरकर ही 1982 में काँग्रेस-इंदिरा गाँधी जी ने दुनियाँ द्वारा ठुकराई हुई EVM से चुनाव करने का विकल्प तलाश लिया और EVM पैदा किया जिसका कानून भी RSS-वादी तथा पुनःह समाजवादी विचारों वालो कि पार्टी को जनता दल नाम से जिंदा करने के लिए बोफोर्स के नाम से रास्ता बनाया*


*💐22)..मूल जनता-दल मे 12/13 खंड इसी काँग्रेस ने किया था जिनका नाम नीचे मजबूरी मे लिख रहा हूँ यदि जनता-दल कि सरकार भीमवादी-हसरत मोहानी-वादी होती तो काँग्रेस/BJP मिलकर भी जनता-दल का बाल-बाँका नही कर पाते*


*👉नोट:--(1)--समाजवादी जनता-दल-(चन्दशेखर) (2)--चिमन भाई पटेल जनता-दल गुजरात (3)--लोकशक्ती जनता-दल रामकृष्ण हेंगड़े कर्नाटक (4)--जनता-दल (अ) अजीत सिंह उत्तर प्रदेश (5)--समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश (6)--समता पार्टी जया जेटली/जार्ज फर्नांडिस बिहार (7)--राष्ट्रीय जनता-दल लालू प्रसाद यादव बिहार (8)--जनता-दल यूनाइटेड बिहार नीतीश कुमार (9)-लोक जनशक्ति पार्टी राम विलास पासवान बिहार (10)--लोक जन शक्ति पार्टी (पारस) बिहार (11)--जनता-दल सेक्युलर देवेगौड़ा कर्नाटक (12)--लोकतांत्रिक जनता-दल शरद यादव बिहार (13)--जनता-दल बोम्मई एस आर बोम्मई कर्नाटक (14)--प्रगतिशील समाज वादी पार्टी मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव---आदि पार्टियाँ मूल जनता-दल के टुकड़े करके बनाई गई है जिन 14-पार्टी के अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष/नेता-फेता का नाम लिखा गया है किसी समय ये सभी प्रधानमंत्री श्री V.P सिंह साहब के मंत्रिमंडल मे मंत्री हुआ करते थे इन सभी के पार्टी का नाम जनता-दल था और चुनाव निशान चक्र-चक्र-चक्र था मगर काँग्रेस/BJP कि रामवादी-मनुवादी नजर लग गई और सब जलकर राख हो गया हाँ एक बात है एक वक्त ऐसा था कि चन्द समय के लिए कल्याण सिंह व उमा भारती भी BJP को छोड़कर नयी-नयी पार्टी बनाई थी मगर कुछ समय बाद फिर उन दोनो कि पार्टी का विलय BJP मे करवा दिया गया*


*💐23)..जनता-दल का नामो-निशान व उसका चुनाव निशान चक्र-चक्र-चक्र काँग्रेस/BJP ने अंदरूनी साँठ-गाँठ करके ऐसा मिटा दिया जो अब सिर्फ इतिहास के पन्ने पर गीत गा रहा है और ब्रेक डाँस कर रहा है*


*💐24)..2008-09 में परमाणु डील के मुद्दे पर भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी P.M बनने ही वाली थी परंतु हमेशा कि तरह काँग्रेस-BJP कि चाटुकार गुलामी वाली समाजवादी पार्टी और BJP ने मिलकर अल्पमत में आई काँग्रेस-मनमोहन सिंह साहब कि सरकार बचाकर बहन मायावती जी को PM बनने से रोक दिया*


*💐25)..देश लेबल पर शूद्रों का असली विकल्प यानि बहुजन समाज पार्टी BSP है तथा राज्य लेबल पर बहुजन हसरत पार्टी BHP है इसे देश के लोगो से छुपाकर ये काँग्रेस-BJP सिर्फ शूद्रों को सत्ता से रोकने के लिए ही अपने चेले-चपाटी को आगे करके समय-समय पर समाजवादी विचारों का तीसरा विकल्प जनता दल आदि के नाम से लोगो के सामने खड़ा करके भीमराज-शूद्रराज का बिगुल बजने नही दे रही है और चुनाव खत्म होने के बाद जनता दल आदि को टुकड़ो मे बिखेर भी देती है तथा शूद्रों कि सरकार बनने से भी रोकती है*


*💐26)..काँग्रेस-BJP को ये मालूम है कि देश भर में एक ही पहचान सिर्फ MUSLIM+दलित+ब्राम्हण ये तीनो कि है पंडित-पुजारी राष्ट्रीय लेबल पर एक होकर भी केंद्र में सत्ता नही बना सकते है क्योंकि पंडित-पुजारी कि जनसंख्या पूरे देश मे सिर्फ 2.50% ही है और पंडित-पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP इन पंडित पुजारी के वोट पर शासन नही कर सकती है इसलिए काँग्रेस-BJP बुद्ध के शूद्र जो आज के SC ST OBC है इन्हे हिन्दू बनाकर हिन्दू नाम का सहारा लेकर इस EVM-कॉलेजियम  से सत्ता हासिल कर रही है तथा EVM-कॉलेजियम को सही ठहराने के लिए ही काँग्रेस-BJP देश मे जातिवाद और धर्मवाद कि नफरत को बढ़ावा देकर गंदी राजनीति करती है*


*💐27)..काँग्रेस-BJP को ये भी पता है कि जिस दिन दलित+मुस्लिम राजनैतिक तौर पर एक हो गए तो देश मे 1943 बंगाल कि भाँति दलित+MUSLIM गठबंधन कि सरकार बनाएंगे और MUSLIM समाज को दलितों के साथ आने से पुनःह नवाबी मिलेगी इसलिए बहुजन समाज पार्टी को रोकने के लिए ही काँग्रेस समाजवादी आदि जैसे मुलायम सिंह यादव/केजरीवाल/ममता बनर्जी आदि नकली लोगो को देश कि जनता के सामने पेश करती है तथा आये दिन नए नुस्खे अपनाती है जैसे राहुल गाँधी ने अब भारत जोड़ो यात्रा का अभियान नाटक चालू किया है*


*💐28)..चलो कुछ ताजा षड्यंत्र काँग्रेस का उजागर करने कि हिम्मत कर रहा हूँ बिना VVPAT के EVM से चुनाव न कराने के 8/10/13 के सुप्रीम कोर्ट कि आदेश कि धज्जियाँ इसी काँग्रेस ने उड़ाकर बिना VVPAT के चुनाव करवाकर काँग्रेस ने अपनी पैदा कि हुई B टीम BJP कि सरकार बनाकर देश मे तबाही मचाने का काम किया है*


*😀29)..2014 मे काँग्रेस 543 मे 44-सीट पर जीत हासिल किया था जो विपक्ष कि भूमिका से मात्र 10-सीट दूर थी---इस षड्यंत्र को समझो*


*🌹30)..2019 मे यही काँग्रेस 543 मे 52 सीट पर जीत हासिल कर लिया था षड्यंत्र समझो विपक्ष कि भूमिका से मात्र 2-सीट दूर थी*


*🌹31)..यही काँग्रेस अगर 52-कि जगह 54 सीट पर जीत हासिल करी होती तो जटाधारी-फेकूचन्द मोदी महराज आज मनमानी न करता उसे कुछ भी करने के पहले उसे विपक्ष को एक महीना पहले नोटिस देना पड़ता*


*🌹32)..आखिर 2018 विधानसभा चुनाव मे यही काँग्रेस पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीगढ़ में बहुमत का C.M अशोक गहलोत और कमल नाथ,भूपेंद्र बघेल के रूप में बनाती है परन्तु उसके महज 4-महीने बाद हुए लोकसभा चुनाव मे इसी काँग्रेस का खाता तक नही खुलता है इसके बावजूद काँग्रेस EVM के खिलाफ 1 शब्द भी नही बोलती और न ही EVM के खिलाफ कोई आंदोलन करती है इस षड्यंत्र को समझना होगा...क्योंकि काँग्रेस ही BJP+RSS कि जननी है इसीलिए तो केंद्र में BSP कि सरकार न बने इसलिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश कि धज्जियां उड़ाकर 2014 में बिना VVPAT के चुनाव करवा कर काँग्रेस ने EVM के माध्यम से केंद्र में BJP कि पूर्ण बहुमत कि सरकार बनाई* 


*🌹33)...काँग्रेस के यही राजकुमार राहुल गाँधी 2019 का चुनाव वायनाट केरला और अमेठी इन दो जगह से न लड़कर सिर्फ अमेठी से चुनाव लड़ता तो तो तो कल कि बचकानी स्मृति इरानी इस काँग्रेस के राजकुमार राहुल गाँधी साहब को कदापि हरा नही सकती जब कि अमेठी और रायबरेली से सपा/बसपा ने भी अपना प्रत्याशी नही उतारा था*


*🌹34)...यही काँग्रेस कि चाल थी उसने BJP/मोदी को इशारा कर दिया था कि हम विपक्ष के नेता पद को भी गंवाकर EVM बचायेगे और अपनी पैदा कि हुई B टीम BJP कि सरकार बनाकर बुद्ध के शूद्रो को गुलाम बनाने के लिये कोई कसर नही छोड़ेगे जिस तरह पर्दे के पीछे से बाबरी-मस्जिद का कत्ले-आम अपनी पैदा कि हुई B टीम BJP से करवाया था*


*🌹35)...यही काँग्रेस राजस्थान मे BSP का सभी 7-विधायक तोड़कर अशोक गहलोत के नेतृत्व मे काँग्रेस मे सामिल करवा देती है तो BSP के 10-M.P मे 3-M.P तोड़कर विपक्ष कि भूमिका से क्यों पीछे भाग गयी*


*🌹36)...देश के प्यारे Muslim Sc St Obc वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो अर्थात बुद्ध के शूद्रो काँग्रेस के फितरत से बचो और देश बचाओ क्योंकि काँग्रेस देश को यही तो बताना चाहती है कि BJP के बाद अगर कोई देश सम्भालने कि औकात-हैंसियत कोई पार्टी रखती है तो वो है काँग्रेस/काँग्रेस/काँग्रेस---*


*🌹37)...आज जब पुनः शूद्रों कि सरकार बहुजन समाज पार्टी के बैनर तले भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी के मार्गदर्शन में भीमवादी दलित बब्बर शेर BSP के राजकुमार भाई आकाश आनंद साहब ने दक्षिण भारत से शुरुआत कि तो उन्हें रोकने के लिए काँग्रेस ने राहुल गाँधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा ईअभियान शुरू किया है*


*🌹38)...काँग्रेस-BJP ये जानते है कि बंगाल के बाहर ममता बनर्जी, बिहार के बाहर नीतीश कुमार एवं लालू प्रसाद यादव, उत्तर प्रदेश के बाहर मुलायम सिंह यादव, उड़ीसा के बाहर नवीन पटनायक आंध्रा के बाहर जगन रेड्डी एवम चंद्राबाबू नायडू, तेलंगाना के बाहर K चंद्रशेखर राव, महाराष्ट्र के बाहर शरद पवार तथा शिवसेना, तमिलनाडु के बाहर DMK आदि कि कोई राजनैतिक हैसियत नही है तथा AAP-केजरीवाल कि राजनीति औकात तो नपुंसक के बराबर कहीं नहीं है...परंतु,भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी बैलेट पेपर से चुनाव होने पर देश के सभी नेताओं पर है* 


*🌹39)...2008 में BSP ने दिल्ली विधानसभा में 14%  वोट पाए थे इसलिए काँग्रेस ने BSP को सत्ता में आने से रोकने के लिए BSP का विकल्प इस केजरीवाल को अण्णा हजारे के लोकपाल आंदोलन के कंधे पर बनाया है और 2013 व 2020 में EVM से खुद कि पैदाइशी RSS वाला होने का गर्व करने वाला आरक्षण विरोधी केजरीवाल कि सरकार बनाई...है*


*🌹40)...ये पैदाइशी RSS-वादी वाला घटिया नेता RSS का होने का गर्व करने वाला आरक्षण विरोधी अरविंद केजरीवाल एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए RSS के यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने वाली ममता बनर्जी,नवीन पटनायक से मिलकर जनता को मूर्ख बनाने के लिए दिखावे के तौर पर BJP का विरोध किया था लेकिन ये नेता अपने राज्य में EVM के बल पर बहुमत कि सरकारे बनाते है इसलिऐ EVM इनका भी बाल-बाँका नही करती है इस राज को समझो क्योंकि BJP और केजरीवाल,ममता बनर्जी नवीन पटनायक आदि में समझौता हुआ है कि है BJP EVM से राज्य में इनकी सरकारे बनायेंगी परंतु लोकसभा में BJP के साँसद  जिताये जाएंगे इसलिए तो दिल्ली में 2 बार बहुमत कि सरकार बनाने वाला केजरीवाल लोकसभा में खाता भी नही खोलता वैसे ही बंगाल में 3 बार बहुमत कि सरकारे बनाने वाली ममता बनर्जी के राज्य बंगाल में जहाँ BJP को कुत्ता भी नही पूंछता था उस बंगाल में BJP लोकसभा में 18-18 सांसद चुनकर लाती है।*


*🌹41)...सारी दुनियाँ को पता है कि BJP केवल EVM में गड़बड़ी करके जीत रही है...ये अरविंद केजरीवाल BJP के खिलाफ बड़ी-बड़ी ढींगे मारता है कि इस काँग्रेसी EVM देवता यंत्र में बहुत गड़बड़ी है जिसका प्रमाण केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा मे EVM मशीन का डेमो दिखाकर किया था परन्तु जैसे ही 2020 में पुनः केजरीवाल कि बहुमत कि सरकार BJP ने EVM द्वारा बनाई तो तो तो आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने मीडिया में EVM के खिलाफ हमने कभी कुछ नही बोला है ऐसा जवाब देकर देश के सभी पार्टियों का सत्यानाश करते हुए EVM को बचा लिया*


*👉-स्पेशल नोट:--यदि राहुल गाँधी के भारत-जोड़ो-यात्रा के ढोंग कि भाँति केजरीवाल/ममता बनर्जी/नीतीश कुमार/जगन रेड्डी/चंद्रशेखर राव/नवीन पटनायक/DMK के स्टॅलिन/केरल के कम्युनिस्ट पार्टी के C.M पिनाराई विजयन आदि ये लोग व इनकी पार्टियाँ यदि BJP व BJP के दलित-मुस्लिम नरसंहार से परेशान है तथा जन-विरोधी अभियान से सब नेतागण विरोधी है तथा लोकतंत्र व संविधान के रक्षक है तो महाराष्ट्र के तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष श्री.नाना पटोले साहब ने कहा था कि हर राज्य के C.M अपने-अपने राज्य में संविधान के आर्टिकल 328 के तहत EVM से चुनाव रद्द कराकर पुनः बैलेट पेपर से चुनाव कराने का कानून बनाये तो माना जायेगा कि इन नेताओं को देश कि परवाह है तब समझा जाएगा कि आप सभी लोग BJP के एजेंट नही हो BJP के खिलाफ हो और लोकतंत्र के पक्षधर हो या फिर काँग्रेस कि भाँति आप लोग भी ढोंगी तौर पर BJP के खिलाफ बोलने का ढोंग कर रहे हो आप भी राहुल गाँधी कि तरह नाटक व ढोंग बंद करो तथा लोगो को और मूर्ख मत बनाओ...काँग्रेस ने अपनी EVM और B टीम BJP को बचाने के लिए ही आजीवन  बैलेट पेपर से चुनाव न होने पावे तथा बैलेट-पेपर पर कानून बनाने का प्रस्ताव कैबिनेट मंत्रिमंडल में तत्कलीन महाराष्ट्र सरकार के विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले साहब के नेतृत्व मे न बनने पावे इसीलिये काँग्रेस ने तत्काल विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले साहब को विधानसभा अध्यक्ष पद से हटा दिया था नाना पटोले साहब के अगुवाई एक बार फिर बैलेट-पेपर का उदय होते-होते रह गया*


*👉-विशेष नोट:--काँग्रेस-BJP ये जानते 29 राज्यो में से 15-16 राज्यो में विधायक-सासंद बहुजन समाज पार्टी ने जितवाकर लाये है और आज बहुजन समाज पार्टी के साथ भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी के मार्गदर्शन में भीमवादी दलित बब्बर शेर BSP के राजकुमार भाई आकाश आनंद साहब के नेतृत्व में सम्पूर्ण मुस्लिम समाज आ गया है जिससे 2024 में बहुजन समाज पार्टी कि सरकार 1000% प्रतिशत बनने वाली है इसलिए काँग्रेस-BJP ये पार्टियां षड्यंत्र से EVM में गड़बड़ करके बहुजन समाज पार्टी को हराती है*


*👉-अंतिम नोट:--1948 से लेकर 2022 तक जब-जब देश मे बुद्ध के शूद्रों कि सरकार बनने का आगाज हुआ है तब-तब काँग्रेस-BJP ने बुद्ध के शूद्रों कि सरकार न बने उसे रोकने के लिए ये काँग्रेस-BJP बहुजन समाज को गुमराह करने के लिए समाजवादी विचावाली पार्टियाँ को जैसे प्रजा समाज वादी, जनता पार्टी, जनता-दल आदि नाम कि पार्टियों कि सरकारे बनाकर भीमराज-शूद्रराज पर बुलडोजर चला दिया है और अब इसी समाजवादी कि तर्ज पर बहुजन समाज पार्टी को रोकने के लिए काँग्रेस-BJP ने अपने प्यादे AAP-केजरीवाल/ममता बनर्जी/नीतीश कुमार आदि को बहुजन समाज पार्टी कि सरकार केन्द्र मे आजीवन न बन सके उसे रोकने के लिए इन ढोंगी अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी नेताओ को आगे किया जा रहा है।*


*(A)-राष्ट्रपिता महात्मा ज्योति राव फुले साहब ने आज के Muslim Sc St Obc को शूद्र-अति शूद्र नाम दिया था तथा आज के ठाकुर ब्राह्मण बनियाँ को सेठ जी भट्ट जी लाट जी कहा था*


*(B)-आरक्षण के जनक छत्रपति शाहू जी महाराज ने आज के Muslim Sc St Obc को ''गैर-ब्राम्हण'' कहा था और आज के पंडित पुजारी क्षत्रिय और वैश्य को सिर्फ ''ब्राम्हण'' कहा था*


*(C)-विश्व ज्ञानी बाबा-साहेब भीमराव अम्बेडकर साहब ने SC ST OBC MINORITY कहा था और ठाकुर ब्राह्मण बनिया को मनुवाद/अपर-कास्ट वगैरह कहा था*


*(D)-विश्व ज्ञानी बाबा-साहेब के ऐकला आदर्शवादी चेला मान्यवर काँशीराम साहब ने उन्ही को बहुजन समाज/शोषित समाज कह दिया और ठाकुर ब्राम्हण बनियाँ को सवर्ण/उच्च वर्ग नाम दे दिया था*


*(E)-बहुजन हसरत पार्टी BHP के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष जनाब मुहम्मद मैराज शेख हो या आप हो या तमाम भीमवादी-हसरत मोहानी-वादी ज्ञानी लोग ने उन्ही को ''कलाकार जाति पेशेवर जाति'' नाम दे दिया तथा सवर्ण को क्षत्रिय पंडित पुजारी और बनियाँ ही नाम दिया--*


*(F)-क्योंकि 2-50% विदेशी-आर्य अल्पसंख्यक पंडित पुजारी बुद्ध के शूद्रो को गुलाम बनाने के लिये उन्हे 6743×7= जातियों मे बाँटकर बिखेर दिया गया तथा ये 2-50% वाले विदेशी-आर्य अल्पसंख्यक पंडित पुजारी ने अपने फायदे के लिऐ बुद्ध के शूद्र पर जबरजस्ती ''कला'' और ''पेशा'' थोप दिया*


*(G)-मंडल आयोग के रिपोर्ट मे अनेको बार आर्टिशियन-कास्ट का जिक्र आया है और आर्टिशियन-कास्ट का मतलब कला और पेशा ही होता है*


*(H)-कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले को ही कामगार-श्रमिक-मजदूर कहते है जब बाबा-साहेब ने जो संविधान बनाया था और जब मौलाना हसरत मोहानी साहब के सामने बाबा-साहेब ने संविधान पेश किया था और संविधान पर हस्ताक्षर करने को कहा था तब मौलाना हसरत मोहानी साहब ने बाबासाहेब से कहा कि मिस्टर भीमराव अम्बेडकर जी आपने संविधान तो बनाया परन्तु इस संविधान मे कामगार-श्रमिक-मजदूर के लिए आरक्षण कि व्यवस्था क्यों नही उजागर किये तब बाबा-साहेब ने कहा कि मिस्टर मोहानी साहब जी SC ST OBC ही तो कामगार-श्रमिक-मजदूर है तो फिर तुरन्त मोहानी साहब ने कहा कि मै मानता हूँ कि SC ST OBC ही कामगार-श्रमिक-मजदूर है परन्तु इन कामगार-श्रमिक-मजदूर को इस संविधान मे कुछ अलग से आरक्षण कि व्यवस्था मिस्टर अम्बेडकर जी आपको रखनी चाहिए थी इसलिए यह संविधान अधूरा है यदि कामगार-श्रमिक-मजदूर को इस संविधान मे कुछ आरक्षण कि व्यवस्था कि गई होती तो मै मौलाना हसरत मोहानी इस संविधान पर अवश्य हस्ताक्षर करता*


*(I)-जब कि बाबा-साहेब ने 1935/36 मे स्वतंत्र मजदूर पार्टी भी बनाई थी*


*(J)-तभी बहुजन हसरत पार्टी BHP ने कलाकार जाति पेशेवर जाति अदालत मे 7/7 P.I.L और SLP (C) दाखिल करके लड़ाई लड़कर दिया है कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर जो सदियो से सर्व-समाज कि ''सेवा और खिदमत'' करते चले आ रहे है आज 3743-OBC को राजनीति के क्षेत्र मे आरक्षण नही दिया गया है यदि 27% मंडल-आयोग को राजनैतिक तौर पर लागू किया गया होता तो तो तो जिस तरह 543-लोकसभा कि सीट मे 133-SC ST के लिए निर्धारित है ठीक उसी तरह यदि मंडल-आयोग को राजनैतिक आरक्षण के तौर पर लागू कर दिया गया होता तो 27% के हिसाब से आज 147-के इर्द-गिर्द OBC कलाकार जाति पेशेवर जाति के साँसद आज होते अब शूद्रराज-भीमराज का आँकड़ा समझो 133+148=281 के करीब आज MUSLIM SC ST OBC के साँसद आज देश मे होते जबकि आज जिस पार्टी के पास 272-M.P होते है वही देश का P.M बनता है जिस तरह ''मरा'' का मतलब ''राम'' होता है उसी तरह M.P का मतलब P.M और P.M का उल्टा M.P होता है*


*(K)-जब OBC को मंडल-आयोग के लागू होने के बाद अर्थात मंडल-आयोग के हिसाब से राजनीतिक आरक्षण से वंचित रखा गया और मंडल को कमंडल मे बदलकर इन OBC कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर भाईयों को राजनीति के क्षेत्र मे नपुंसक और अपाहिज बना दिया गया तब बहुजन हसरत पार्टी ने षड्यंत्र से 3743-OBC को महान नया नाम--कलाकार जाति पेशेवर जाति देते हुए अदालत मे 7/7 P.I.L और SLP (C) दाखिल करके लड़ाई लड़ते हुए ये अदालत मे कहा कि इन कला और पेशा मे बँटी वंचित हजारों कलाकार जाति-पेशेवर जाति वाले लोगो को SC ST भाईयो कि तरह ''सेवा और खिदमत'' के नाम पर राजनैतिक-आरक्षण दो वरना जाति व्यवस्था ही ख़त्म करो---अदालत ने मौखिक रूप से कहा कि संस्था कि माँग तो अच्छी है मगर जाओ लोकसभा और विधानसभा मे इन कलाकार जाति-पेशेवर जाति के लोगो को राजनैतिक-आरक्षण दिलाने के लिए संसद से कानून पास कराओ--फिर जाकर बहुजन मुस्लिम पार्टी व बहुजन नवाब पार्टी तब बहुत उठा-पटक के बाद बहुजन हसरत पार्टी BHP रजिस्टर्ड कि गई है---*


*(L)---पार्टी बनाने में और महान नया नाम---कलाकार जाति पेशेवर जाति---देने या उजागर करने मे लोहे के चने चबाने पड़े है बहुजन समाज पार्टी BSP और बहुजन हसरत पार्टी BHP ही देश के संविधान-लोकतंत्र कि रक्षा कर सकते है ये बहुजन हसरत पार्टी BSP के जन्मदाता मान्यवर काँशीराम साहब के जन्मदिन 15/3/2017 को मौलाना हसरत मोहानी साहब के नाम पर बनाई गई है जब मनुवादी लोग बाबा-साहेब को एक गिलास पानी पीने के लिए नही देते थे तब ऐसे समय मे मौलाना हसरत मोहानी साहब रमजान के पवित्र/पाक महीने मे बाबासाहेब को अपने साथ बैठाकर छुआछूत को दफन करते हुए रोजा इफ्तार करवाये थे*


*लिखने में कोई गलती या अपराध हुआ हो तो कृपया क्षमा व माफ कीजिए*


*👉...शूद्रो अब अपनी अक्ल लगाओ*

*👉...संगठित होकर एक हो जाओ*

*👉...दलित मुस्लिम OBC होश मे आओ*  

*👉...अब अपनी सत्ता खुद बनाओ*

*👉...पंडित पुजारी का आतंक मिटाओ*

*👉...भीमवादी दलित को P.M बनाओ*

*👉...OBC जनगणना भीमवादी दलित P.M से कराओ*

*👉...भीमवादी दलित P.M के द्वारा मुस्लिम भाई फिर वापस नवाब बन जाओ*

*👉...कलाकार जाति पेशेवर जाति हिन्दू=मुस्लिम दोनों समुदाय में पायी जाती है*

*👉...ये कलाकार जाति पेशेवर जाति 96% OBC कहलाती है*

*👉...मुस्लिम भाई "कुराने हाफिज" के साथ-साथ संविधान का भी हाफिज बनो*

*👉...वफादार मुसलमान भाईयों हिकमत के तौर पर "बुद्ध" को अपना राजनैतिक गुरु मानो*

*👉...नवाब बनने के लिऐ नवाबी मुद्दे पर भीमवादी दलित को P.M बनाना होगा*

*👉...मुस्लिम भाईयों वापस नवाब बनो उसके लिए नवाबी छीनना होगा*

*--------------------------------------------*

*✅🌹...नवाब का मतलब आज का M.P M.L.A C.M व डिप्टी P.M होता है*

*--------------------------------------------*

*जय भीम  जय हसरत मोहानी*

*बहुजन हसरत पार्टी जिन्दाबाद*

*कलाकार जातियाँ जिन्दाबाद*

*पेशेवर जातियाँ जिन्दाबाद*


*लेखक:--मुहम्मद मैराज शेख*

*संस्थापक-राष्ट्रीय अध्यक्ष*

*बहुजन हसरत पार्टी-BHP*

*9819316944 .... 27-9-2022*



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*EVM नये-छोटे-दलों का तथा BSP का उदय केंद्र मे नहीं होने दे रहा है*

(1)-पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP के नाटकीय नूरा-कुश्ती के खेल से 99% लोग अंजान है एक तरफ राहुल गाँधी भारत-जोड़ो-यात्रा का ढोंग कर रहे है तो दूसरी तरफ खडगे और शशी थरूर मे टक्कर दिखाकर खडगे (दलित) को काँग्रेस का अध्यक्ष बनाकर RSS-BJP कि जननी काँग्रेस BSP/भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी को शिकस्त देने के लिए दाँव-पेंच खेली है तथा इन बुद्ध के शूद्रो पर जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इन्हे राजनीति के क्षेत्र में नपुंसक व अपाहिज बनाने के लिए जबरजस्त बेहतरीन चाल भी चली है इसलिए अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मा न बनकर 'भीमवादी-बनो' बहुजन हसरत पार्टी BHP कि बात पर तर्क करो गलत लगे तो देशहित-जनहित मे माफ करो* *(2)-जब-जब BSP को तोड़ा गया तब-तब Muslim Sc St Obc बुद्ध के शूद्र वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो ने उसके अगले ही चुनाव में BSP को 3-गुना ज्यादा ताकतवर बनाकर खड़ा किया है जैसे-1993/1995/1997 व 2002-03 में BSP को अ-संवैधानिक तरीके से तोड़कर समाजवादी पार्टी व BJP...

चुनाव आयोग जी बैलेट-पेपर को जिन्दा करो या बहुजन हसरत पार्टी कि मान्यता रद्द करो

सेवा मे:---*   *1..आदरणीय महामहिम राष्ट्रपति महोदया साहिबा जी, भारत सरकार, राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली-110004* *2..माननीय केन्द्रीय चुनाव/निर्वाचन आयोग, निर्वाचन सदन, अशोक रोड, नई दिल्ली-110001* *माननीय महोदय/महोदया जी* *विषय:--दिनाँक 25/11/2020 से 28/5/2023 और अब 28/11/2023 तक 1000-1200 के इर्द-गिर्द रजिस्टर्ड-AD भेजकर EVM हटाकर पारदर्शी ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव कराया जाय तब फिर ऐसी परिस्थित मे न्याय-प्रिय ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव न कराये जाने पर बहुजन हसरत पार्टी BHP कि अपनी खुद कि मान्यता ही रद्द कर दी जाय ऐसी माँग को पिछले करीब 50-महिने के इर्द-गिर्द से बहुजन हसरत पार्टी BHP ने 17/12/2022--22/12/2022--31/12/2022--02/01/2023--03/03/2023--06/03/2023--09/03/2023--25/03/2023--28/03/2023 से कहीं ज्यादा 28/5/19 से लेकर 28/11/23 तक लिखित लिखा-पढ़ी करके निवेदन पे निवेदन करती चली आ रही है परन्तु अभी तक न जाने क्यों बहुजन हसरत पार्टी BHP कि बात स्वीकार नही कि जा रही है परन्तु इस अपील कम सूचना/नोटिस के मिलते ही बहुजन हसरत पार्टी BHP कि अपनी मान्यता अब तो तत्काल रद्द...

जूनियर वकील साहब'' का दर्द बहुजन हसरत पार्टी देशहित-जनहित मे "बेताब समाचार एक्सप्रेस" के माध्यम से उजागर करती है

 * सेवा मे आदरणीय*  *1...माननीय प्रधानमंत्री जी, प्रधानमंत्री कार्यालय भारत सरकार नई दिल्ली 110011*  *2..आदरणीय लोकसभा स्पीकर संसद भवन, भारत सरकार नई दिल्ली 110001* *3..माननीय न्याय-विधि मंत्रालय कैबिनेट सेक्रेटरिएट, रायसिना हिल नई दिल्ली 110001* *4..भारतीय विधिज्ञ परिषद/BAR COUNCIL OF INDIA, 21 राउस एवेन्यू इंस्टिट्यूशनल एरिया नई दिल्ली 110002* *देश के सभी "जूनियर वकील साहब" का दर्द जो बहुजन हसरत पार्टी देशहित-जनहित मे उजागर करती है*  * विषय :--: बहुजन हसरत पार्टी BHP देशहित-जनहित मे देश के समस्त सर्व समाज के सभी "जूनियर वकील साहबों" के लिए 24 बिन्दु आपके समक्ष नत-मस्तक होकर तहेदिल दिल से पेश करती है कि देश के सर्व समाज के सभी "जूनियर वकील साहब" लोगो कि दिली-कहानी समझकर इसका निस्तारण करने कि कृपा करिये तथा बहुजन हसरत पार्टी BHP जो आप सहित सभी आला-मंत्री और आफिसरो को 28/5/2019 से 28/12/20 तक करीब 150 SPEED POST व रजि० आदि भेजकर माँग करी है तथा फिर पुनःह माह जनवरी 2021 मे "'जूनियर वकील साहब"' कि "'असली-आवाज"' व ...