सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

दिसंबर, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भारत में मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस

 भारत में मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय महत्वपूर्ण दिवस क्रमांक महत्वपूर्ण दिवसदिनांक 1.प्रवासी भारतीय दिवस9 जनवरी 2.विश्व हिन्दी दिवस10 जनवरी 3.राष्ट्रीय युवा दिवस (स्वामी विवेकानंद जयंती)12 जनवरी 4.थल सेना दिवस15 जनवरी 5.नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयंती23 जनवरी 6.राष्ट्रीय बालिका दिवस24 जनवरी 7.भारतीय पर्यटन दिवस25 जनवरी 8.भारतीय गणतंत्र दिवस26 जनवरी 9.अन्तर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस26 जनवरी 10.शहीद दिवस (महात्मा गांधी पुण्यतिथि)30 जनवरी फरवरी :- फरवरी का महीना वर्ष के सभी महीनो में सबसे छोटा महीना होता है | जिसमे 28 दिन होते है, चार वर्षो में एक बार यह माह 29 दिनों का भी होता है | पूरे विश्व में यह महीना   वैलेंटाइन माह के रूप में जाना जाता है, इस दिन प्यार करने जोड़े एक दूसरे के साथ वैलेंटाइन मनाते है | भारत देश में भी इस तारीख को वैलेंटाइन डे मनाया था लेकिन 14 फरवरी 2019 के दिन हुए पुलवामा अटैक ने इस तारीख को एक और ऐतिहासिक रूप दिया इस अटैक में देश के 40 जवानो के शहीद होने से यह तारीख भारत के इतिहास में काले दिवस के रूप में जानी जाती है | इसके अलावा भी कई फरवरी के महत्वपूर्ण दिव

#minoritiesday18decemberहर साल 18 दिसंबर को अल्पसंख्यक दिवस मनाया जाता है।

  एस ए बेताब(लेखक दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की मुस्लिम एडवाइजरी कमेटी के सदस्य हैं) हर साल 18 दिसंबर को  अल्पसंख्यक दिवस मनाया जाता है। अल्पसंख्यक अधिकार दिवस की शुरुआत अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए की गई है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 18 दिसंबर 1992 को घोषणा कर अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों के संरक्षण एवं उनके कल्याण सुनिश्चित करने की व्यवस्था करने की मांग की गई। वर्ष 2022 में अल्पसंख्यक अधिकार दिवस रविवार, 18 दिसंबर को मनाया जा रहा है। भारतीय संविधान में भारत के हर नागरिक को समानता का अधिकार है। देश का संविधान बनाने में करीब 2 साल 11 माह 18 दिन का वक्त लगा। इतना अधिक समय लगने के पीछे का कारण था देश में फिर कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं हो। इसलिए संविधान में अल्पसंख्यक और पिछड़े लोगों का विशेष ध्‍यान रखा गया।  हर साल 18 दिसंबर को मनाया जाने वाला अल्पसंख्यक दिवस (Minorities Rights Day) के बारे में हमें जानना बहुत जरूरी है। तो आइए जानते हैं खास दिवस पर 10 बड़ी बातें-  1. हर साल 18 दिसंबर को यह दिवस मनाया जाता है। अल्पसंख्यक अधिकार दिवस की शुरुआत अल्प

एन आर सी पूरी जानकारी nrc poori jankari

 *26 जनवरी 1950 और 1 जुलाई 1987 के बीच भारत में पैदा हुआ हर लड़का/लड़की भारतीय है!*   *धारा-03-भारतीय-नागरिकता-अधिनियम-1955*   *1-जुलाई 1987 से दिसंबर-2003 के बीच भारत में पैदा हुआ कोई भी लड़का/लड़की और उसके माता-पिता में से कोई एक भारतीय है तो उसे भारतीय नागरिकता-सेक्शन-03-द-इंडियन-सिटिजनशिप-एक्ट-1955 (संपादित)* मिलेगी।    * 2004 से आज तक भारत में पैदा हुआ कोई भी लड़का/लड़की माता और पिता दोनों - भी - भारतीय या उनमें से कोई भी अवैध-प्रवासी (अवैध सीमा) में प्रवेश नहीं किया है (धारा-03-द-इंडियन-सिटिज़-द-इंडियन-  अधिनियम-1955) (संशोधित)*   *तदनुसार, हमें एनआरसी से डरने की जरूरत नहीं है, मुसलमानों को इससे डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन अपने आवश्यक दस्तावेज तैयार करें!*   *( डिटेक्टिव अक्रॉस इंडिया,*  *मानवाधिकार अध्यक्ष,*  *कर्नाटक प्रजा रक्षणा वेदिके अध्यक्ष, अध्यक्ष।* *डॉ इकबाल हुसैन )*  *मोबाइल नंबर 9880313020*   *जनगणना (जनगणना) या किसी भी घर-घर सर्वेक्षण के दौरान, सभी मुस्लिम भाइयों और बहनों से अनुरोध है कि सभी जानकारी बहुत सावधानी से भरें, धर्म के कॉलम में 'इस्लाम' लिखें - और ज

*बहुजन हसरत पार्टी अपनी मान्यता रद्द कराने के लिए मा० राष्ट्रपति जी व चुनाव आयोग को खुला पत्र लिखा*

* सेवा मे*                                               *1- आदरणीय महामहिम राष्ट्रपति महोदया साहिबा जी,भारत सरकार, राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली - 110004* *2- माननीय केन्द्रीय चुनाव/निर्वाचन आयोग,निर्वाचन सदन, अशोक रोड, नई दिल्ली 110001* *विषय:--बहुजन हसरत पार्टी BHP जो गैर-मान्यता प्राप्त दल है EVM मशीन यंत्र के रहते हुए बहुजन हसरत पार्टी BHP क्या अन्य हजारों नये-नये छोटे-छोटे दल चुनाव लड़ने मे असमर्थ है इसलिए यह आवेदन आपको मिलते ही इस बहुजन हसरत पार्टी BHP कि मान्यता रद्द कर दीजिए बहुजन हसरत पार्टी BHP कि तत्काल मान्यता रद्द करने के बावत व सम्बन्ध मे आवेदन--* *नोट:-EVM मशीन यंत्र के रहते हुए निष्पक्ष चुनाव नही हो सकता है ऐसा आदेश 08/10/2013 को माननीय सुप्रीम कोर्ट ने देकर EVM के साथ VVPAT लगाने का आदेश दिया परन्तु मतगणना में EVM मशीन के साथ VVPAT का मिलान न कराए जाने से देश के 140 करोड़ लोगों के मौलिक अधिकार का हनन यानि वोट कि लूट-डकैती खुलेआम हो रही है तथा देश का नाम दुनियाँ के सामने बदनाम भी किया जा रहा है अर्थात हो रहा है।* *माननीया महोदया / माननीय महोदय*  *(1)-गुजरात चुनाव 2022 के लिए