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*उद्धव ठाकरे से वगैर आम चुनाव कराये ''धनुष-बाण'' छीन लेना यह न्याय नही--?*

 *सेवा में:---*

  *1-आदरणीय महामहिम राष्ट्रपति महोदय साहब जी भारत सरकार, राष्ट्रपति भवन,नई दिल्ली-110004*




*----------अथवा----------*


*2-माननीय श्रीमान महोदय केन्द्रीय निर्वाचन आयोग नई दिल्ली-110001*


*विषय:----देशहित-जनहित में लोगो कि ये माँग और सुझाव है कि मूल-शिवसेना के टिकट पर बालासाहेब ठाकरे व उनके वारिस उद्धव ठाकरे साहब कि वजह से ही जितने M.P-M.L.A अर्थात साँसद/विधायक बने है उसमे वर्तमान महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री शिंदे साहब भी सामिल है इसलिए शिंदे गुट बनाम उद्धव गुट की लड़ाई में चुनाव आयोग महोदय ने केवल शिवसेना के नाम के साथ ही ''धनुष बाण'' चुनाव चिन्ह का दावा करने के लिए सिर्फ किस गुट के पास कितने ''साँसद-विधायक-नगरसेवक'' आदि अधिक इस बहुमत के परीक्षण पर आँकलन करके शिवसेना के ''धनुष-बाण'' को उद्धव ठाकरे साहब से छीनना तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जी के नेतृत्व वाले गुट के पक्ष में आदेश देना यह उचित न्याय संगत नही है इसके बजाय केंद्रीय चुनाव आयोग ने जिस तरह महाराष्ट्र के अंधेरी मुम्बई उप नगर के उप-चुनाव कराये थे उसी भाँति श्री उद्धव ठाकरे साहब व वर्तमान मुख्यमंत्री श्री शिंदे साहब को लोकसभा या विधानसभा का एक आम चुनाव का मुकाबला करने के लिए लिखित आदेश दिया होता कि इस लोकसभा या विधानसभा चुनाव होने के बाद जिस गुट को ज्यादा वोट और सीट मिलेगी उस गुट को ही लगभग 55-57 सालों वाली प्रबोधनकार ठाकरे व बालासाहेब ठाकरे कि ''मूल-शिवसेना'' का ''धनुष-बाण'' दिया जायेगा तब उद्धव ठाकरे साहब व एकनाथ शिंदे साहब कि अपनी-अपनी औकात और हैंसियत का पता चल पाता---कि कौन कितने पानी मे है तब बुद्ध के शूद्र जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन/शिवसैनिक लोग है तब ये लोग खुद तय करते कि बालासाहेब ठाकरे कि शिवसेना व उसका चुनाव निशान का ''धनुष-बाण'' का असली राजनैतिक वारिस कौन है शिवसेना और उसका चुनाव निशान ''धनुष-बाण'' पर किसका मालिकाना हक होगा ये शिवसैनिक को तय करने का सम्पूर्ण अधिकार है तब इसे न्याय संगति कहा जाता अर्थात यही न्याय संगत होता शिवसैनिक लोगो कि इस माँग और सुझाव का बहुजन हसरत पार्टी BHP भी समर्थन और माँग भी करती है....तथा.... अपने-अपने राज्य जिला में घोर जन-समर्थन होने के बावजूद EVM के चलते बहुजन हसरत पार्टी BHP क्या अन्य छोटे दलों से चुनाव लड़ने के लिए कोई उम्मीदवार तैयार नही होते है चंदा वगैरह आदि तथा उम्मीदवार न मिलने के कारण सभी नये-नये छोटे-छोटे दल धराशाई हो रहे है इसलिए अभी तक आडिट वगैरह न जमा करने वाली पार्टी बहुजन हसरत पार्टी BHP ने इस काँग्रेसी EVM देवता यंत्र से तंग आकर दिनाँक 17/12/22--22/12/22--31/12/22--2/1/23 को अपनी खुद कि मान्यता रद्द करने के लिए आवेदन भेजा था उस आवेदन को स्वीकार करने कि महान कृपा कीजिए तथा जिस तरह देश से ''जनता-दल'' का चुनाव निशान चक्र-चक्र-चक्र व मूल जनता-दल का नामो-निशान मिटा दिया गया है तथा उद्धव ठाकरे से वगैर आम चुनाव कराये ''धनुष-बाण'' छीन लिया गया है उसी प्रकार बहुजन हसरत पार्टी BHP कि मान्यता रद्द कर दिया जाए क्योंकि EVM देवता यंत्र के रहते हुए बहुजन हसरत पार्टी BHP क्या हजारों नये-नये छोटे-छोटे दलो का उदय हो पाना मुश्किल ही नही ना-मुमकिन व असम्भव है क्योंकि काँग्रेस-BJP को सीधे-सीधे टक्कर देने वाली तथा बुद्ध के शूद्रो कि देश लेबल पर पहली पार्टी बहुजन समाज पार्टी BSP हाशिये पर जा चुकी है यदि ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव हो जावे तब काँग्रेस-BJP सहित अन्य सभी को अपने-आप समझ मे आ जायेगा कि BSP-BSP-BSP/भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी देश लेबल पर क्या हैंसियत रखती है परन्तु जब-तक यह काँग्रेसी EVM देवता यंत्र से चुनाव होता रहेगा तब-तक ''कला और पेशा'' मे बँटी वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो कि यह पार्टी बहुजन हसरत पार्टी BHP क्या बहुजन समाज पार्टी BSP--शिवसेना RJD और JDU तथा अन्य पार्टी का उदय और विस्तार होना उतना ही दूर लग रहा है जितना रेगिस्तान मे प्यासे से पानी दूर है अभी तक बहुजन हसरत पार्टी BHP ने मजबूरी मे आडिट वगैरह भी नही जमा कर सकी है जिसके लिए हम क्षमा प्रार्थी है उसी के सन्दर्भ मे:-----------------------------------------*


*(1)-शिवसेना कि नींव रखने वाले तथा बुद्ध व बाबासाहेब के शूद्रों के आंदोलन को सहयोग देने वाले कायस्थ जाति के माननीय स्वर्गीय श्री प्रबोधनकार ठाकरे साहब जी जो बाला साहब ठाकरे जी के पिता एवम उद्धव ठाकरे साहब के दादा जी थे उन्होंने इन पंडित पुजारी के जातिवादी रवैये के कारण व धर्म के नाम पर ईश्वर कि भी कैसे चोरी कि है उसकी पोल अपनी "देवळाचा धर्म आणि धर्माची देवळे" इस 'किताब मे किया है*


*(2)-यह पंडित पुजारी लोग कायस्थ यानि लाला जाति को शूद्र ही मानते है पंडित पुजारी का अत्याचार ऐसा ही रहा तो शूद्रों का राज आयेगा ऐसी भविष्यवाणी करने वाले कायस्थ जाति के स्वामी विवेकानंद जी को इसलिए पंडित पुजारी ने ज्यादा तवज्जो नही दिया तथा कायस्थ जाति में जन्मे नेताजी सुभाष चंद्र बोस साहब को भी इसी जातिवाद का शिकार होने के कारण काँग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था।*


*(3)-प्रबोधनकार ठाकरे साहब ने अपनी किताबो में बताया है कि कैसे पंडित पुजारी ने बुद्ध कि मूर्ती को शंकर कि मूर्तियों में परिवर्ती करके बुद्ध कि मूर्तियों और बौद्धमय भारत की संस्कृती और धरोवर को चोरी किया गया है, आज ठीक वैसे ही EVM के माध्यम के हम शूद्रों के वोटो कि चोरी कि जा रही।*


*(4)-बहुजन हसरत पार्टी ने पहले भी लेख और बैनर के माध्यम से शिवसेना को आगाह किया था जिस तरह बिहार में अपने सहयोगी नीतीश कुमार जी को तथा पंजाब में अपने सहयोगी अकाली दल को राजनैतिक तौर पर खत्म कर दिया है उसी भाँति ये BJP महाराष्ट्र में शिवसेना को भी खत्म कर देगी शायद BHP के इस इशारे को नजर अंदाज किया जो आज उद्धव ठाकरे साहब को होश भी आया तो बहुत देर हो चुकी थी,*


*(5)-बाबासाहेब के आंदोलन को सहयोग करने व पंडित पुजारी कि धार्मिक पाखंड वाद और चोरी कि पोल खोलने के कारण पंडित पुजारी ठाकरे परिवार से नफरत करता है इसलिए आज EVM वाली BJP सरकार एकनाथ शिंदे के कंधे पर बंदूक रख कर चुनाव आयोग आदि सरकारी संस्थानों पर दबाव डालकर उद्धव ठाकरे साहब और शिवसेना कि धज्जियाँ उड़ाकर शिव सेना को खत्म करने का प्लान खेल रही है*


*(6)-जो BJP महाराष्ट्र में बाला साहब ठाकरे के इशारे पर नाचती थी लेकिन उनके देहान्त के बाद वही BJP आज वेद रूपी/मनुस्मृती रूपी EVM के बल पर शिवसेना को तोड़कर नेस्ता नाबूत कर दिया है क्योंकि BJP को मालूम था कि अगर बाला साहब ठाकरे आज जिंदा होते तो वो ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव करवाने कि माँग करके EVM के खिलाफ जंग छेड़ते और तो और वेद रूपी/मनुस्मृति रूपी EVM देवता यंत्र को भी तोड़ते--जैसे बाबासाहेब भीम राव अम्बेडकर साहब ने 25/12/1927 को मनुस्मृति का अंत किया था*


*(7)-हालांकि एक बार शिवसेना ने BJP का साथ छोड़कर चुनाव लड़ा था उसके बाद शायद BJP को ये डर हो गया था कि शायद उद्धव ठाकरे साहब EVM मशीन यंत्र के खिलाफ जंग न छेड़ देवे इसलिए शिवसेना को खत्म करने के लिए BJP 2019 में शिवसेना से पुनःह गठबंधन करके अपनी बात से पलटी मारकर शिवसेना का C.M बनाने से मना किया।*


*(8)-उसके बाद शिवसेना को नेस्ता-नाबूत करने के लिए लोकतंत्र कि व दल-बदल कानून कि धज्जियाँ उड़ाते हुए  काँग्रेस के इशारे पर शरद पवार के साथ मिलीभगत करके BJP ने अजित पवार को उप-मुख्यमंत्री बनाकर 4 दिन कि सरकार बनाई।*


*(9)-भविष्य में महाराष्ट्र में शिवसेना और ठाकरे परिवार का दबदबा खत्म करने के लिए ही BJP-काँग्रेस के इशारे से षड्यंत्र के तहत सारा खेल खेला है शरद पवार जी ने उद्धव ठाकरे जी को मुख्यमंत्री बनने कि शर्त पर महा-आघाडी कि सरकार बनाई जिसका अंदाजा उद्धव ठाकरे साहब लगा नही सके।*


*(10)-काँग्रेस-BJP व शरद पवार ने षड्यंत्र से बनवाई गई उद्धव ठाकरे जी कि सरकार को शरद पवार रिमोट कि तरह चलाकर उद्धव ठाकरे साहब कि सरकार को ब्लैक मेल और बदनाम कर दिया, तात्कालीन विधान सभा अध्यक्ष नाना पटोले साहब ने EVM के साथ-साथ लोगो को "बैलेट पेपर" से भी वोटिंग करने का विकल्प देने के लिए कैबिनेट में कानून पास किया तो काँग्रेस ने आनन-फानन में नाना पटोले साहब को विधान सभा अध्यक्ष पद से हटा दिया तथा माननीय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे साहब कही यह कानून पास न कर दे इसलिए उद्धव ठाकरे साहब को मुख्यमंत्री पद से हटा कर शिवसेना को ही खत्म करने के लिए काँग्रेस-BJP व शरद पवार ने षड्यंत्र से ED इनकम टैक्स के हथियार के डर से एकनानाथ शिंदे साहब के माध्यम से दल-बदल कानून कि धज्जियाँ उड़ाकर शिवसेना कि सरकार को केंद्र कि BJP वाली सरकार ने गिराई और एकनाथ शिंदे साहब कि असंवैधानिक सरकार बनाई जैसे 2003 मे BSP कि सरकार गिराकर मुलायम सिंह यादव कि सरकार U.P/उत्तर प्रदेश मे बनाई गई थी*


*(11)-शिवसेना कि भाँति 2003 में केंद्र कि BJP सरकार ने दल-बदल कानून कि धज्जियाँ उड़ाकर BSP कि सरकार गिराकर मुलायम सिंह कि असंवैधानिक सरकार बनाई और तो और BJP के केसरीनाथ त्रिपाठी को ही विधान सभा अध्यक्ष बनाये रखा इस असंवैधानिक सरकार का कार्यकाल के अंतिम समय मे सुप्रीम कोर्ट ने मुलायम सिंह यादव कि सरकार को असंवैधानिक बताते हुए दल-बदल कानून के तहत असंवैधानिक घोषित किया।*


*(12)-लोकतंत्र को बचाने के लिए इस वेद रूपी/मनुस्मृति रूपी EVM मशीन यंत्र को हटाकर पुनःह ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव कराने कि मांग बहुजन हसरत पार्टी, BHP ने माननीया राष्ट्रपति, प्रधामनंत्री, चुनाव आयोग आदि से सैकड़ों रजिस्ट्री 28/5/19 से व 2020 से 2022 तक करते आ रही है इसलिए बहुजन हसरत पार्टी EVM से तंग आकर पुनःह दिनाँक 17/12/2022 22/12/2022, 31/12/2022 तथा 02/01/2023 को बहुजन हसरत पार्टी खुद अपनी ही मान्यता रद्द करने के लिए आवेदन पे आवेदन कर रही है जिसे देशहित-जनहित मे कानूनन स्वीकार करना न्यायोचित होगा*


*(13)-इतना ही नही जब EVM के रहते हुए चंद पार्टी छोड़कर हम शूद्रों कि पार्टियाँ जीत ही नही सकती है, बहुजन हसरत पार्टी ही क्या BHP जैसी अन्य सभी 3000 गैर-मान्यता-प्राप्त दल/पार्टियों कि मान्यता रद्द करने कि अपील सैकड़ो बार कि जा चुकी है जैसे आज-कल उद्धव ठाकरे साहब कि मूल शिवसेना कि मान्यता चुनाव आयोग द्वारा EVM देवता यंत्र से बनी BJP सरकार द्वारा रद्दी कि जा रही है वैसा ही 17/12/2022 22/12/2022, 31/12/2022 तथा 02/01/2023 को बहुजन हसरत पार्टी BHP के पूर्व मे दिये गये आवेदन को तथा आज दिनाँक के आवेदन को स्वीकार करने कि महान कृपा कीजिए और बहुजन हसरत पार्टी BHP कि मान्यता जनता-दल व शिवसेना कि भाँति रद्द कर दीजिए आपकी महान कृपा होगी*

 

*(14)-जिस तरह वेदों कि धज्जियाँ उड़ाकर "तथागत बुद्ध" ने शूद्रों को शासक/हुक्मरान बनाया था जैसे मौर्य साम्राज्य आदि* 


*(15)-रोजी-रोटी कि तलाश में भारत आये हुए भीखमंगे पंडित-पुजारी ने भारत पर आक्रमण करके यहाँ के भूमिपुत्रों को 4 वेद बनाकर 4 वर्णों बाँटकर सबसे नीचे के शूद्र वर्ण में में डाला में और इन 4 वर्णों से 6743 जाति x 7= _____________उप-जाति में बाँटकर इस वेदों के माध्यम से भारत के भूमिपुत्रों को गुलाम बनाया जो आज 95% बुद्ध के शूद्र जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग भली-भाँति जान गये है*


*(16)-महन भारत देश मे पाक मजहब इस्लाम का उदय होते ही मनुराज व मनुस्मृति को खत्म करके के लिए जिन "बुद्ध के शूद्रों" ने मानवता-वादी सामंतवादी इस्लाम धर्म को कबूल किया उन्हें आज भूमिपुत्र शूद्रवंशी मुस्लिम नाम से भी जाना जाता है मगर अफसोस वफादार मुसलमान भाई अपने होशो-हवास मे होते हुए भी अपने आपको भूमिपुत्र शूद्रवंशी मुस्लिम बोलने मे शर्म महसूस करते है*


*(17)-तथागत बुद्ध" कि भाँति पुनःह आजाद भारत मे इन वेद-वादी/मनुवादी काँग्रेस आदि कि सरकार कि धज्जियाँ उड़ाकर पुनःह शूद्रों को शासक/हुक्मरान बनाकर व राजा बनाने के लिए विश्व ज्ञानी डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर ने गाँधी और काँग्रेस के लाख विरोध के बावजूद सभी भारतीयों अर्थात बुद्ध के शूद्र जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को वोट का अधिकार दिया जिसके लिए पूरे भारतवासी बाबासाहेब कि जय-जयकार सदियों-सदियों करता रहेगा*


*(18)-मंडल आयोग लागू करो वरना कुर्सी खाली करो आंदोलन से "बुद्ध के शुद्र" यानि हम MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को लामबंद करके बाबासाहेब द्वारा दिए हुए वोट के अधिकारों से मान्यवर काँशीराम साहब ने बुद्ध के भाँति कही पुनःह BSP के झंडे तले हम शूद्रों को शासक/हुक्मरान न बनाने पावे इसलिए काँग्रेस कि इंदिरा गाँधी जी ने EVM मशीन यंत्र  कि 1982 में शुरुआत कि--?*


*(19)-1993 में मान्यवर काँशीराम साहब ने OBC मुलायम सिंह यादव को मंत्री बनाया तो केंद्र कि काँग्रेस सरकार ने वेद रूपी/मनुस्मृति रूपी EVM से चुनाव कराने का कानून 1993 मे पास किया जिसे BJP कम्युनिस्ट आदि ने भी समर्थन दिया था*


*(20)-1994-95 में ही काँग्रेस ने इस वेद/मनुस्मृति अर्थात EVM मशीन यंत्र को बचाने के लिए कोलजियम सिस्टम के तहत जजों कि नियुक्ति करने का सिस्टम भी चालू किया*


*(21)-आज वेद रूपी/मनुस्मृति रूपी यह काँगेसी EVM देवता यंत्र ही विश्व ज्ञानी बाबासाहेब द्वारा दिए हुए वोट के अधिकारों कि धज्जियाँ उड़ाकर वोटो कि चोरी करके बुद्ध के शूद्रों को गुलाम बना रही है*


*(22)-इन बुद्ध के शूद्र जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति-पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इनके हक अधिकार कि रक्षा और तरक्की करने के लिऐ BSP, RJD शिवसेना आदि शूद्रों कि पार्टियाँ संघर्ष कर रही है और इन पार्टियों को चुनाव जीतने भी नही दिया जा रहा है इस वेद रूपी/मनुस्मृति रूपी काँग्रेसी EVM मशीन यंत्र के माध्यम से BSP को केन्द्र मे भीमवादी-हसरत मोहानी-वादी सरकार बनाने से रोका जा रहा है*


*(23)-इस वेद रूपी/मनुस्मृति रूपी EVM देवता यंत्र के बल पर ये काँग्रेस BJP आदि पंडित पुजारी कि सरकारे BSP, RJD शिवसेना आदि इन शूद्रों कि पार्टियों/बहुजनो कि पार्टियों को ED CIB INCOME TAX चुनाव आयोग कोल्जिएम सिस्टम वाली अदालत आदि के माध्यम से खत्म कर रही है*


*(24)-यदि मान्यवर काँशीराम साहब जिंदा होते या मंडल आयोग लागू हो गया होता तो इस बहुजन हसरत पार्टी BHP का उदय कदापि नही होता और नाहि बहुजन हसरत पार्टी BHP को इन बुद्ध के शूद्र जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन है इनको महान नया नाम कलाकार जाति पेशेवर जाति नही देना पड़ता* 


*(25)-EVM के चलते कोई अच्छे उम्मीदवार बहुजन हसरत पार्टी BHP को क्या अन्य कई बड़े और छोटे दलों को न कोई उम्मीदवार ही मिलते है और नाहि ये पार्टियाँ चुनाव ही जीत पा रही है और नाहि इस काँग्रेसी EVM देवता यंत्र के रहते हुए नये-नये छोटे-छोटे दलो से कोई उद्योग पति चुनाव मे रूचि लेता है*


*(26)-इतना ही नही इस वेद रूपी/मनुस्मृति रूपी EVM के आतंक का शिकार सिर्फ हम जैसी छोटी पार्टी BHP ही नही बल्कि 14 राज्यों में MLA /MP-साँसद जिताने वाली शूद्रों कि पार्टी BSP-0, DMK- 0, RJD-0, लोजपा-0 होती चली जा रही है इन अच्छे बड़े दलों के सीटों का रिजल्ट काँग्रेस द्वारा लायी गयी EVM मशीन यंत्र से बहुत ही गड़बड़ आ चुका है जो देश दुनियाँ सब जानती है आज यदि ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव हो गया तो BSP कि सरकार केन्द्र मे बनने से कोई रोक नही पायेगा ऐसा बहुजन हसरत पार्टी BHP का दावा नही है बल्कि सम्पूर्ण बुद्ध के शूद्र जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो का दावा है*


*(27)-ये वेद रूपी/मनुस्मृति रूपी EVM अपनी जननी काँग्रेस के इशारे से जहाँ काँग्रेस बोले वहाँ अपनी चाचा-भतीजे वाली BJP-केजरीवाल-ममता बनर्जी-नवीन पटनायक आदि कि पार्टियों को ही जिताती है जिससे EVM पर कोई उंगली न उठाए और यह काँग्रेसी EVM देवता यंत्र बचा रहे*


*(28)-हालांकि उद्धव ठाकरे जी ने भी EVM में गड़बड़ी कि जाएगी सावधान रहिए ऐसा अपनी सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित कतरते हुए कहा था पर उस पर कोई ठोस काम नही किया जिसका नतीजा ये हुआ कि केवल EVM कि साख बचाने के लिए BJP ने शिवसेना कि कुछ सीटे EVM से मजबूरी में जितवाई तो थी परन्तु अगले चुनाव में EVM के माध्यम से शिवसेना को खत्म करने के लिए एकनाथ शिंदे साहब को तोड़कर एकनाथ शिंदे साहब कि सरकार बनाई है।*


*(29)-इसके बाद 2022 में हुए महाराष्ट्र के अंधेरी विधान सभा के उप-चुनाव के लिए शिवसेना नाम व धनुष बाण निशानी चुनाव आयोग ने सिझ/कर दिए थे और उद्धव ठाकरे जी को शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे ) व मशाल निशानी दी तथा शिंदे गुट को बाला साहब कि शिवसेना नाम दिया और ढाल-तलवार निशानी दी थी परंतु महान शिवसैनिक लोग एकनाथ शिंदे साहब को उनकी औकात चुनाव में दिखा देंगे यह BJP व एकनाथ शिंदे साहब को दोनों को भली-भाँति पता था इसलिए शिंदे गुट ने चुनाव नही लड़ा और यह सीट BJP को छोड़ दी शिवसेना को तोड़ने का घटिया काम करने वाली BJP को जनता उसकी औकात दिखा देगी यह बात भी BJP को पता थी उससे बचने के लिए तथा EVM को बचाने के लिए BJP ने इस चुनाव में अपनी उम्मीदवारी ही पीछे ले ली।*


*(30)-यदि महाराष्ट्र के 2022 के अंधेरी विधान सभा के उप-चुनाव में शिंदे गुट चुनाव लड़ता और वह जीत जाता तो चुनाव आयोग को भी आसानी होती कि शिवसेना को मनाने वाले लोग उद्धव ठाकरे जी के साथ है या छल कपट से तकनिकी तौर पर शिवसेना से फूटे या तोड़े गए शिंदे गुट के साथ है लेकिन लगभग 62,000 वोट देकर लोगो ने दिखा दिया था कि शिव सैनिक उद्धव ठाकरे साहब के साथ है।*


*(31)-शिव सैनिक किसके साथ है इसका फैसला जानने के पहले ही चुनाव आयोग ने किस दबाव में शिवसेना नाम और धनुष-बाण निशान का आदेश एकनाथ शिंदे गुट के पक्ष में देकर अपनी साख और निष्पक्षता पर प्रश्न-चिन्ह/ सवाल खड़ा किया है ऐसी धारणा देश भर के लोगो मे हो गई है लोकतंत्र व संविधान के सुरक्षा के लिए BHP यह जमीनी हकीकत आप लोगो तक इस माध्यम से बयाँ कर रही है।*


*(32)-EVM के बजाय बैलेट पेपर से चुनाव कराने कि माँग बहुजन हसरत पार्टी 28/5/19--2020--21--22--23--से आज तक करती चली आ रही है चुनाव आयोग ही क्या सभी संवैधानिक संस्थाओं को जैसे CBI/ED/INCOME TAX/कॉलेजियम वाली अदालत आदि को पता है कि चुनाव में गड़बड़ी करके बहुमत कि सरकार काँग्रेस-BJP बना लेगी जिसे कोई नही रोक सकता इस लिए यह संस्थाएँ सरकार के इशारे पर उनकी हाँ में हाँ मिलाकर चलने में व अपने आँखो के सामने संविधान व लोकतंत्र बर्बाद होते देखने के लिए मजबूर है.......परंतु यह अपील करने के बाद बहुजन हसरत पार्टी के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष-अपीलकर्ता जनाब मोहम्मद मैरेज शेख मुस्लिम होने के कारण उनके साथ कोई घटना होने आशंका है तथा महानगर पालिका या लोकसभा या विधान सभा चुनाव के बाद माननीय मुख्यमंत्री श्री.एकनाथ शिंदे साहब को इस बात का एहसास होगा कि BJP कि बातों में आकर शिवसेना को तोड़कर शिंदे साहब ने कितना बड़ा पाप किया है लेकिन अफसोस तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।*।*


*(33)-इसलिए इस वेद रूपी/ मनुस्मृति रूपी EVM को हटाकर पुनःह ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव न कराने पर बहुजन हसरत पार्टी कि तथा अन्य सभी लगभग 3000 मान्यता प्राप्त दलों कि मान्यता रद्द करने कि माँग बहुजन हसरत पार्टी ने दिनांक 17/12/2022 22/12/2022, 31/12/2022 तथा 02/01/2023 को आप लोगो से कि थी BHP के इस संवैधानिक लड़ाई में उद्धव ठाकरे साहब साथ देते है या उद्धव ठाकरे साहब खुद संविधान-लोकतंत्र को खत्म करने वाली इस वेद रूपी/ मनुस्मृती रूपी EVM को खत्म करने के लिए संवैधानिक तरीके से सड़क पर उतरकर जंग का ऐलान करेंगे वह बात सिर्फ खुद उद्धव ठाकरे साहब ही जानते है क्योंकि EVM को खत्म करने का तथा संविधान-लोकतंत्र को बचाने का यही संवैधानिक रास्ता अब उद्धव ठाकरे साहब के पास भी बचा है।*


*(34)-यदि लोकतंत्र व संविधान बचाने के लिए तथा अडानी जैसे लोगो के हाथों देश को बेचने से बचाने के लिए उद्धव ठाकरे साहब EVM हटाकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने के लिए संवैधानिक तरीके से सड़क पर उतरकर आंदोलन करते है तो बहुजन हसरत पार्टी BHP अंतिम क्षण तक उद्धव ठाकरे साहब का साथ पूरा देश देगा यदि लिखने में कोई गलती हो गई हो तो कृपया माफ करे क्षमा करें परन्तु बहुजन हसरत पार्टी BHP कि मान्यता रद्द करने कि महान कृपा करिये*


   *अत: आप सभी से विनम् निवेदन है कि विषय मे कि गई सभी माँग के साथ-साथ बहुजन हसरत पार्टी ने BHP ने पूर्व में दी गई सभी मांगों के साथ साथ खास करके EVM के आतंक से तंग आकर के जो दिनाँक 17/12/2022 22/12/2022, 31/12/2022 तथा 02/01/2023 बहुजन हसरत पार्टी कि मान्यता रद्द करने के लिए की गई माँग तथा इस अपील में स्पेशल नोट व बिन्दु-1 से बिन्दु-34 तक देशहित-जनहित मे जो कि गई है उसे पूरा करने कि महान कृपा करिये जिससे सभी माँग-अपील-निवेदन आप जैसे लोगो द्वारा पूरी हो जावे और लोकतंत्र और संविधान के साथ-साथ आप सभी महानुभावों कि जय-जयकार बहुजन हसरत पार्टी के साथ-साथ देश कि 140-करोड़ जनता-जनार्दन भी झूम-झूम करने लगे निवेदन करने मे कोई अपराध व गलती हो गयी हो तो देशहित-जनहित मे माफ कीजिए आप सभी का उपकार इस बहुजन हसरत पार्टी पर होगा*


*27/02/2023 ----- 9819316944*



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*👉--इसका जवाब पंडित नेहरू व राम मनोहर लोहिया व मौलाना अबुल कलाम आजाद व गाँधी जी व जिन्ना हरामी व 3743 OBC को बेवकूफ बनाने वाले बल्लभ भाई पटेल के पास है वही लोग बता सकते थे परन्तु---?*  *👉--बाबा-साहेब के ऐकला आदर्शवादी चेला भीमवादी दलित बब्बर शेर मान्यवर काँशीराम साहब प्रधानमंत्री नही बन सके* *👉--इसका खुलासा (स्व०)-मुल्ला-मुलायम सिंह यादव साहब व लालू प्रसाद यादव साहब व 16-टुकड़ो मे बिखरे पूर्व जनता-दल के सभी नेतागण ही बता सकते है* *👉--चौधरी देवीलाल साहब प्रधानमंत्री नही बन सके और V.P सिंह साहब कैसे प्रधानमंत्री बन गये इसका जवाब काँग्रेस व BJP के पास है---परन्तु काँग्रेस-BJP को ठोकर मारकर BSP के जन्मदाता मान्यवर काँशीराम साहब के बल पर जब तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री V.P सिंह साहब ने मंडल आयोग लागू किया तो मनुवादी लोग मानो चट्ठी मे पेशाब हो गया उसी समय से वी॰~पी॰सिंह साहब देश के असली रहनुमा-मसीहा-रहबर बन गये अर्थात भीमवादी क्षत्रिय बन गये ऐसा कथन बहुजन हसरत पार्टी BHP का देशहित-जनहित में है*  *👉--यदि भीमवादी क्षत्रिय तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय V.P सिंह साहब मंडल-आयोग लागू नही किये होत

भाजपा सरकार में किसान, नौजवान, महिलाएं, और गरीब सभी दुखी हैं| पिछडों, दलितों के आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है- अताउररहमान

Report By Anita Devi  बहेड़ी समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित जिला सचिव अंशु गंगवार  के नेतृत्व में ग्राम भोपतपुर अड्डे पर  खिचड़ी भोज का आयोजन हुआ|  जिसमें मुख्य अतिथि रहे सपा प्रदेश महासचिव व विधायक अताउरहमान  (पूर्व मंत्री) ने नवनिर्वाचित जिला सचिव का फूल माला पहनाकर भव्य स्वागत  करते हुए सभा को संबोधित करते हुए कहा की भाजपा सरकार में किसान, नौजवान, महिलाएं, और गरीब सभी दुखी हैं| पिछडों, दलितों के आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है| सभी लोग संबिधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए आदरणीय अखिलेश यादव जी के हाथों को मजबूत करें और श्री रहमान जी  खिचड़ी भोज में शामिल हुए|    इस मौके पर जिला छात्र सभा अध्यक्ष  मुकेश यादव, विधानसभा कोषाध्यक्ष हरस्वरूप मौर्य, जिला पंचायत सदस्य ब्रह्मस्वरूप सागर, मुशर्रफ अंसारी, शांतिपाल गंगवार, बूंदन अंसारी,प्रबन्धक देवकी नंदन गंगवार, रघुवीर,डॉ लालता प्रसाद, किशन गंगवार, इरशाद अंसारी, इरफान खां, बब्बन खां, दानिश खां, संजीव, परवेज गंगवार,तुलाराम गंगवार,आदि लोग मौजूद रहे

*NDA-बनाम-INDIA का उदय EVM-कोलेजियम को जीवनदान देने के लिए हुआ है*

*क्या NDA-बनाम-INDIA कि आड़ मे EVM-कोलेजियम फिर बच गया* * (1)-क्या UPA-काँग्रेस/अब नया नाम INDIA रखा गया है जो NDA काँग्रेस कि पैदा कि हुई B-टीम BJP है पंडित-पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP के अंदरूनी साँठ-गाँठ वाले आतंक को कैसे नष्ट किया जाय इसका जवाब यदि किसी को चाहिए तो देशहित-जनहित मे इस लेख को दिल से सैल्यूट करते हुए अंत तक पढ़े और पढ़ते हुए आपको खुद एक ऐसा रास्ता दिखेगा जिस रास्ते पर कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगों को भरपूर सफलता दिखाई देगी तथा बुद्ध के शूद्र जो आज के Muslim Sc St Obc वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इन्हे समझ मे आयेगा कि NDA-UPA का नया अध्याय NDA-बनाम-INDIA का उदय क्या EVM-कोलेजियम को जीवनदान देने के लिए हुआ है* *(2)-NDA-बनाम-INDIA का ड्रामा फैलाकर हे काँग्रेस-BJP दोनो पक्ष-विपक्ष कि भूमिका निभाने वाली पंडित-पुजारी कि पार्टीयों इस EVM-कोलेजियम को मत बचाओ हा-हा-हा-पूर्व जनता-दल के सभी 16-टुकड़ो में बिखरे नेतागण काँग्रेस को लेकर जो विपक्ष कि मीटिंग BJP-जटाधारी-फेकूचन्द मोदी के सत्ता के खिलाफ कर रहे है ये सब ढोंग और बकवास है क्यों