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तीसरा मोर्चा बने मगर जनता-दल कि तरह बना तो देश बर्बाद हो जायेगा




(1)-नोट:--बहुजन हसरत पार्टी BHP आज फिर पुनःह पहले कि भाँति जहरीला और कड़ुवा लेख देशहित-जनहित मे काँग्रेस/BJP और EVM-कोल्जिएम व RSS-BJP कि जननी काँग्रेस पार्टी द्वारा पैदा कि हुई B और C टीम अरविन्द केजरीवाल व ममता बनर्जी आदि के बारे मे लिखकर शोध के अनुसार राजनैतिक तौर तरीके से उजागर कर रही है यदि लेख/ज्ञापन लिखने और तर्क करने मे कोई अपराध व गलती हो जायेगी तो देशहित-जनहित मे माफ कीजिए अगर लेख/ज्ञापन आप सभी को अच्छा और सच्चा लगे तो इसे जन-जन तक पहुँचाने मे बहुजन हसरत पार्टी BHP कि तन-मन-धन से मदद और सहयोग करने कि महान कृपा कीजिए 9819316944*

*(2)-नोट:--तीसरा मोर्चा हर लोकसभा चुनाव के पहले बनता है और चन्द घंटे व चन्द दिन व चन्द सेकंड मे फुस्स/बर्बाद/दफन भी हो जाता है---हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा--याद रखो तीसरा मोर्चा चन्द घंटे व चन्द दिन व चन्द सेकंड मे फुस्स/बर्बाद/दफन क्यों हो जाता है इसका पता 101% सिर्फ भीमवादी-हसरत मोहानी-वादी लोगों को ही होता है कि आज तक तीसरा मोर्चा केन्द्र मे कभी 5-साल स्थायी सरकार क्यों नही चला पाया क्योंकि जनता-दल कि अगुवाई मे तीसरा मोर्चा अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेतागण कि हरामीन्ती-मटरगश्ती कि वजह से काँग्रेस/BJP को धूल में नही मिला पाया बल्कि जनता-दल कि अगुवाई वाला तीसरा मोर्चा और उस मूल जनता-दल का नामो-निशान व चुनाव चिन्ह चक्र-चक्र-चक्र सब कैसे देश से मिटा दिया गया इसका खुलासा नीचे दिया जायेगा.....*

*(3)-नोट:--क्योंकि तीसरा मोर्चा काँग्रेस/BJP के छल/षड्यंत्र से बनाया जाता है इसका का पता/खबर सिर्फ RSS-BJP कि जननी काँग्रेस पार्टी आदि इन तीनों को होता है बाकी दूर-दूर तक तीसरा मोर्चा कौन बनाया है इसकी खबर किसी को नही मिल पाती है इसे काँग्रेस/BJP कि चाणक्य खोपड़ी कहा जाता है इस घटिया/बुड़बक नाम का तीसरा मोर्चा वाला हथियार अर्थात तीसरे मोर्चे कि कमान पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस/BJP अपने फायदे के लिए इन अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेताओं को कुछ मोटी-थप्पी और कुछ वादा/वचन देकर सौंपती है कि हम दोनो पार्टी काँग्रेस/BJP ही सत्ता में आयेंगे और आप सभी का उपकार मानते हुए आपके काम भी करके देंगे तथा ये अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेतागण अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को पूरा करने के लिए "बुद्ध के शूद्र" जो आज के Muslim Sc St Obc वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगों को धोखा देने के लिए काँग्रेस-BJP द्वारा पर्दे के पीछे से बने तीसरे-मोर्चे कि कमान सम्भालने मे शर्म महसूस नही करते है।*

*(4)-नोट:--ये सभी अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नेता-नूती काँग्रेस/BJP के जाल में कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को फँसाकर खुद मौज-मस्ती करते है पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP इन अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नेतागण को एक सीख/उदाहरण देती है कि देश कि नादान नासमझ जनता-जनार्दन को ये नही लगना चाहिए कि सिर्फ हम दोनों पार्टी ही केंद्र में पक्ष-विपक्ष में ही क्यों रहते है अन्य नये-पुराने छोटे-बड़े दल/पार्टी कभी केन्द्र कि कुर्सी तक क्यों नही पहुँच पाते है जनता-जनार्दन अर्थात कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को मूर्ख/चूतिया और बेवकूफ बनाने के लिए तीसरे-मोर्चे का सिस्टम काँग्रेस-BJP कुछ इस तरह तैयार करती है।*

*(4-A)-नोट:--याद रखो इस तरह से तीसरे मोर्चे का आगाज/उदय काँग्रेस/BJP-RSS द्वारा पर्दे के पीछे से ही किया जाता है जैसा काँग्रेस ने पर्दे के पीछे से अपनी पैदा कि हुई B-टीम BJP के हाँथों बाबरी-मस्जिद का कत्लेआम करवाया था अर्थात RSS-BJP कि जननी काँग्रेस पार्टी द्वारा ही तीसरा-मोर्चा अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेताओं के अगुवाई में बनाया जाता है यह बात को भूलो मत--बल्कि भीमवादी बनकर याद रखो--?* 

*(5)-नोट:--इस बात को तर्क लगाकर समझो या जनता-दल आदि का अन्य उदाहरण सामने रखते हुए समझो कि जनता-दल का नामो-निशान व चुनाव चिन्ह चक्र-चक्र-चक्र  काँग्रेस-BJP ने कैसे अंदरूनी  साँठगाँठ-षड्यंत्र करके धूल में मिला दिया है काँग्रेस/BJP ही तीसरे-मोर्चे वाली जनता-दल का राज बता सकती है कि तीसरा मोर्चा जनता-दल के रूप मे कैसे बना और कैसे मूल जनता-दल और उसका चुनाव निशान चक्र-चक्र-चक्र देश के पटल से कैसे दफन हो गया और मूल जनता-दल में काँग्रेस/BJP ने कैसे 15/16 टुकड़े करा दिए सोंचने पर दिल दहल जाता है इसका खुलासा नीचे अवश्य पेश किया जायेगा सिर्फ धैर्य बनाकर लेख का राजनैतिक लुत्फ/मजा/महक/सुगंध/आनंदता पूर्वक उठाइये और लीजिए परन्तु भूल से अम्बेडकर-वादी बनकर नही बल्कि भीमवादी बनकर ही इन सब का लुत्फ उठाइये।*

*(6)-नोट:--इन कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को ये लगता है--कि कि कि--तीसरा मोर्चा अब बन गया है अब ये तीसरा मोर्चा काँग्रेस/BJP को नेस्तनाबूत कर देगा दफन कर देगा वगैरह-वगैरह---हा हा हा हा हा हा---मगर इन कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को इस बात कि खबर तक नही रहती है कि जिस तीसरे मोर्चे कि आस/उम्मीद लगाये हम मतदाता-गण/वोटर-गण/जनता-जनार्दन लगाये जो बैठे है उस तीसरे मोर्चे का आगाज/उदय काँग्रेस/BJP द्वारा ही हमें मूर्ख बनानें/ठगने के लिए किया गया है* 

*(7):--क्या तीसरे फ्रंट/मोर्चे कि कमान खुशी-खुशी काँग्रेस/BJP को तबाह और बर्बाद करने के लिए अपने हाँथों में जो अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी नेतागण लिये फिरते रहते है उनको इस बात का भी पता नही होता है कि काँग्रेस/BJP काम निकलने के बाद हम अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेता-नूती का क्या हाल करेगी इस बात कि खबर तीसरा मोर्चा सम्भालने वाले अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नेतागण को तनिक भी नही होती है*

 *(7-A)--अफसोस जिस बहुसंख्यक कलाकार जाति पेशेवर जाति वाला कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो ने इन अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नेतागण को अपना रहनुमा-मसीहा-रहबर माना है और ये अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेतागण तीसरा मोर्चा जो काँग्रेस/BJP के तत्वावधान मे "बुद्ध के शूद्र" जो आज Muslim Sc St Obc वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को गुलाम और रखैल बनाने के लिए ही बनाया गया है*

*(7-B)--कहाँ तक सच और झूठ है तथा कितना घटिया और घातक है कितना जहरीला और सर्वनाशी है कितना अच्छा और खराब है कितना पापी और नीच है इसका अंदाजा और पता इन अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेतागण को न कभी था और न भविष्य मे कभी होगा और न कभी होने वाला है*

*(8):--हाँ एक बात है और वह भी यकीनन सच मानकर चलो अगर जिसे यकीन न होवे वह 2024 मे आजमाकर भी देख लेवे--यदि तीसरे मोर्चे का आगाज व उदय BSP के जन्मदाता भीमवादी दलित बब्बर शेरों के शेर मान्यवर काँशीराम जी के नेतृत्व मे बना होता तो ''जनता-दल'' कि सरकार 5-साल क्या बल्कि आज तक चलती होती परन्तु रामो-बामो के नेतृत्व/समर्थन से ''जनता-दल'' कि सरकार ज्ञानी-बुद्धिमान-बलवान साहसी स्वर्गीय श्री माननीय V.P सिंह साहब कि नेतृत्व मे बनी मगर काँग्रेस/BJP अर्थात पंडित पुजारी कि पार्टी ने भीमवादी क्षत्रिय तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय V.P सिंह साहब कि सरकार कि को चन्द्रशेखर जी को आगे करके ऐसे गिराकर फेंक दी जैसे लोग दूध मे पड़ी मक्खी निकालकर फेंक देते है*

*(8-A)--इतना ही नही मूल/जनता-दल का नामो-निशान व जनता-दल का चुनाव चिन्ह ''चक्र-चक्र-चक्र'' पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस और BJP ने झुमरी-तलैया मे ऐसा भेज दिया जो वापस आना आसमान से तारे तोड़ने के बराबर है आओ बहुजन हसरत पार्टी BHP ''मूल/जनता-दल'' में हुए 15/16 टुकड़े लिखने कि कोशिश करती है मगर टुकड़े लिखने के पहले सभी देशवासी से अपील-माँग-निवेदन करती है कि एक बार भरोसा करके जबरजस्ती भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी के नेतृत्व मे तीसरा मोर्चा का गठन-उदय-आगाज 2024 मे करके देखो*

*(9)--आओ अपनी आँखों से देखो कि मूल/''जनता-दल'' के टुकड़ों का नाम:--पता नही क्या नाटक और ढोंग पुरानी ''जनता-दल'' के नेतागण RSS-BJP कि जननी काँग्रेस पार्टी अर्थात इन तीनो से इतना जहरीला धोखा खाने के बाद भी सुधर नही रहे है ये नेता-नूती इतना धोखा खा चुके है इसके बावजूद फिर भी काँग्रेस/BJP कि अंदरूनी तौर पर जय-जयकार करते हुए गठबंधन करते रहते है कोई भी नेता-नूती सबक नही ले रहे है यदि सबक लिये होते तो तो तो BSP के नेतृत्व मे तीसरा मोर्चा का असली उदय करके पुरानी जनता-दल का बदला लेने मे परहेज नही करते--?*

*(9-A)--मगर इन पुराने जनता-दल वाले अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी नालायक नौटंकीबाज नेतागणों को कौन समझावे चलो आप लोग पुरानी जनता-दल मे जो 15/16 टुकड़े RSS-BJP कि जननी काँग्रेस पार्टी ने आपसी साँठ-गाँठ-षड्यंत्र करके कैसे धूल मे मिला दिया और जनता-दल का चुनाव निशान चक्र-चक्र-चक्र ऐसे दफन कर दिया जिसका जवाब बहुजन हसरत पार्टी क्या किसी भी बुद्ध के शूद्र जो आज के Muslim Sc St Obc वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो के पास नही है यदि तमाम टुकड़ो का नाम लिखने मे तथा यह लेख लिखने मे कोई अपराध व गलती हो गई हो तो देशहित-जनहित मे माफ कीजिए परन्तु अच्छा और सही लगे तो देश के कोने-कोने मे ऐसा फैला दो कि रामराज-मनुराज सरकार का अंत हो जावे और भीमराज-शूद्रराज का उदय हो जावे---?*

*(1)--समाजवादी जनता-दल-(EX--प्रधानमंत्री/चन्दशेखर)-(मृत्यु)*

*(2)--चिमन भाई पटेल जनता-दल गुजरात)-(मृत्यु)*

*(3)--लोकशक्ती जनता-दल रामकृष्ण हेंगड़े )-(मृत्यु)*

*(4)--जनता-दल (अ) अजीत सिंह उत्तर प्रदेश-(मृत्यु)*

*(5)--समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश-(मृत्यु)*

*(6)--समता पार्टी जया जेटली/जार्ज फर्नांडिस बिहार-(मृत्यु)*

*(7)--राष्ट्रीय जनता-दल लालू प्रसाद यादव बिहार--जीवित भीमवादी यादव शेर*

*(8)--जनता-दल यूनाइटेड बिहार नीतीश कुमार दलित विरोधी व घटिया सामग्री वाला नेता*

*(9)-लोक जनशक्ति पार्टी राम विलास पासवान बिहार ये भीमवादी दलित बब्बर शेर के नाम पर जगजीवन राम कि भाँति कलंक लगाने वाला*

*(10)--लोक जन शक्ति पार्टी (पारस)-बिहार मोदी सरकार मे मंत्री सेम टू सेम राम विलास पासवान साहब कि टू कॉपी*

*(11)--जनता-दल सेक्युलर Ex-P.M देवेगौड़ा कर्नाटक OBC जनगणना के गिनती का आदेश देना*

*(12)--लोकतांत्रिक जनता-दल शरद यादव बिहार अवसर-वादी नेता मृत्यु*

*(13)--जनता-दल बोम्मई - एस आर बोम्मई कर्नाटक मृत्यु*

*(14)--प्रगतिशील समाज वादी पार्टी मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव शातिर मगर स्व०-मुल्ला-मुलायम सिंह यादव साहब से व उनके नादान नासमझ लड़के अखिलेश यादव से बहुत ही अच्छा और बेहतवाला सच्चा* 

*(15)--Ex.P.M-इंद्रकुमार गुजराल जी कि जनता दल(आई) शायद मृत्यु मगर एक अनोखी और अच्छी-लाजवाब सोंच रखने वाला वाहे गुरु का नेक बंदा*

*(16)--बीजू जनता-दल-(उड़ीसा)-बीजू पटनायक-----नवीन पटनायक*

*(9-B)--ये ऊपर कि दी हुई सभी पार्टियाँ ''मूल/जनताख-दल'' के टुकड़े करके बनाई गई है जिन 15-16 पार्टी के अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष/नेता-फेता का नाम लिखा गया है किसी समय ये सभी भीमवादी क्षत्रिय ज्ञानी-बुद्धिमान-बलवान-साहसी-रहबर-मसीहा तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री V.P सिंह साहब के मंत्रि-मंडल में मंत्री हुआ करते थे इन सभी के पार्टी का नाम ही ''जनता-दल'' था और इन सभी के नेताओं का चुनाव निशान ''चक्र-चक्र-चक्र'' था मगर काँग्रेस/BJP कि ऐसी रामवादी-मनुवादी नजर तीसरे मोर्चे कि ''जनता-दल'' को लग गई कि सब जलकर राख हो गया और ''मूल/जनता-दल'' और उसका चुनाव निशान ''चक्र-चक्र-चक्र'' हमेशा-हमेशा के लिये पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस/BJP के अंदरूनी साँठ-गाँठ-षड्यंत्र से दफन हो गया---हाँ एक बात है एक वक्त ऐसा भी था कि चन्द समय के लिए कल्याण सिंह व उमा भारती भी BJP को छोड़कर नयी-नयी पार्टी बना लिये थे/थी मगर कुछ समय बाद फिर BJP में कैसे विलय करवा दिया गया यह अपने में एक घातक जबरजस्त पहेली है जिसका जवाब आज तक गर्भ मे पल रहा है*

*(10)--काँग्रेस/BJP तो केन्द्र लेबल पर ही रहेगी सिर्फ एक बार जनता-दल केन्द्र मे पहुँची थी काँग्रेस/BJP ने अंदरूनी साँठ-गाँठ-षड्यंत्र करके जनता-दल का वो हाल किया है और जनता-दल के 15-16 ऐसे टुकड़े कर दिए और जनता-दल का चुनाव निशान चक्र-चक्र-चक्र को इतिहास के पन्ने से ऐसा गायब कर दिए तथा-तथा-तथा मूल/जनता-दल का नामो-निशान मिटाकर ''जनता-दल'' का ऐसा पतन कर दिये मानो जैसे गधे के सिर से सींग गायब है।*

*(11)--बुद्ध के शूद्र लोगो कि कोई गलती नही है इन बुद्ध के शूद्रो को अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेतागण समय-समय पर गुमराह कर देते है इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल ही नही ना-मुमकिन है बल्कि काँग्रेस ने ऐसा सिस्टम बनाया है कि पक्ष-विपक्ष मे मेरे द्वारा बनायी गयी B टीम BJP ही केंद्र मे शासन करे---?*

*(12)--जिससे भारत देश के बुद्ध के शूद्र जो आज के Muslim Sc St Obc वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को ऐसा लगना चाहिए कि देश मे स्थायी सरकार सिर्फ काँग्रेस ही दे सकती है रामराज-मनुराज सरकार का उदय और बिगुल काँग्रेस-BJP का सपना है जो काँग्रेसी EVM-EVM-EVM देवता यंत्र मशीन व कोल्जिएम-सिस्टम वाली अदालत के बल पर पूरा हो गया है बहुजन समाज पार्टी BSP-BSP-BSP और-और-और बहुजन हसरत पार्टी BHP-BHP-BHP का भी सपना है कि ''भीमराज-शूद्रराज'' का उदय होवे तथा यह सम्भव कब होगा जब काँग्रेसी EVM देवता यंत्र मशीन दफन होगी तथा ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव होवे तथा कोल्जिएम-सिस्टम से हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट कि नियुक्ति-चयन न होकर नये सिस्टम को जन्म दिया जाय जिस नये सिस्टम का नाम ''अधिवक्ता-आयोग'' का गठन/उदय होना उतना ही जरूरी है जितना रेगिस्तान मे प्यासे को पानी कि जरूरत होती है* 

*(13)--काश जनता-दल का उदय और आगाज और गठन अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेतागण कि हरामीन्ती-मटरगश्ती मे न बनकर सिर्फ बस सिर्फ विश्व ज्ञानी बाबा-साहेब के ऐकला आदर्शवादी चेला भीमवादी दलित बब्बर शेर/BSP के जन्मदाता मान्यवर काँशीराम साहब के नेतृत्व मे बना होता तो आज देश कि आन-बान-शान व लोकतंत्र-संविधान-मानवता-भाईचारा व मौलिक-अधिकार का हनन और कत्लेआम न होता ये भी मानकर चलो कि आज देश कि तस्वीर कुछ अलग होती----?*

*(14)--अफसोस 15-16 टुकड़ो में बँटे/बाँटे गए जनता दल के ये सभी गुट आज देश लेवल पर एक होने का नाटक व ढोंग करके पूर्व कि भाँति तीसरा-मोर्चा बनाने का नाटकीय गेम प्लान बना रहे है यदि मान लिया जाय बना भी लेते है तो तो तो या या ममता बनर्जी या आरक्षण विरोधी केजरीवाल को भी साथ मे लेकर तीसरा-चौथा मोर्चा बनाते है तो भी काँग्रेस/BJP का कोई बाल-बाँका नही कर सकता है या ऐसा मानो काँग्रेस/BJP का कोई कुछ नही बिगाड़ सकता है*

*(14-A)-क्योंकि--मुलायम सिंह यादव-अब अखिलेश यादव कि औकात उत्तर प्रदेश के बाहर कहीं नही है----लालू प्रसाद यादव व दलित विरोधी नीतीश कुमार कि औकात बिहार के बाहर कहीं नही है---फारुख अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती कि औकात जम्मू-कश्मीर के बाहर कहीं नही है---संविधान विरोधी चंद्रशेखर राव-ओवैसी महाराज प्रभु कि औकात तेलंगाना से बाहर कहीं नही है---जगन रेड्डी कि औकात आंध्र प्रदेश के बाहर कहीं नही है---शिवसेना व शरद पवार कि औकात महाराष्ट्र के बाहर कहीं नही है देवेगौड़ा कुमार स्वामी कि औकात कर्नाटक के बाहर कहीं नही है---अमित जोगी कि औकात छत्तीसगढ़ के बाहर कहीं नही है---अकाली दल कि औकात पंजाब के बाहर कहीं नही है---नवीन पटनायक कि औकात उड़ीसा के बाहर कहीं नही है---शिबू सोरेन कि औकात झारखंड के बाहर कहीं नही है---*

*(14-B)--EVM विरोधी रैली को परमिशन न देकर EVM को बचाने वाला स्टॅलिन-DMK कि औकात तमिलनाडु के बाहर कहीं नही है अब कम्युनिस्ट कि औकात केरला के बाहर न के बराबर है---ममता बनर्जी कि औकात वास्तविक पश्चिम बंगाल के बाहर नही है तथा अरविंद केजरीवाल कि औकात भी वास्तविक दिल्ली में भी नही है तथा यदि ये सभी पार्टियाँ एक साथ मिलकर तीसरा फ्रंट बना भी लेती है तो भी इनमें से कोई भी पार्टी अपने वोट अन्य दूसरे राज्यों में एक-दूसरे को ट्रांसफर नही करवा सकते है...*

*(14-C)--इसलिए तो इन टूटे हुए जनता दल ने पुनःह जब यूनाइटेड फ्रंट के नाम से काँग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई थी तब काँग्रेस ने देवेगौड़ा साहब कि-इंद्रकुमार गुजराल साहब कि सरकार गिराकर अपनी B टीम BJP कि सरकार बनायी थी क्योंकि काँग्रेस को मालूम है कि ये पूर्व के जनता दल वाले कमजोर गुट एक दूसरे के राज्य में एक दूसरे को एक भी वोट ट्रांसफर नही करवा सकते है*

*(14-D)--इसलिए काँग्रेस-BJP इनसे जरा भी नही डरती उल्टा इनका अपमान करती रहती है क्योंकि ये गुट काँग्रेस-BJP का बाल भी बाँका नही कर सकती है--://:--परन्तु-परन्तु-परन्तु देश लेबल पर केवल बहुजन समाज पार्टी BSP ही अपने वोट पल मे यूं ट्रान्सफर करवा सकती है क्योंकि.....*

*(15)--क्योंकि....काँग्रेस-BJP को पता है कि सम्पूर्ण भारत में दलित-मुस्लिम कि आबादी लगभग 45% से 50% के इर्द-गिर्द व इसके आसपास है और सम्पूर्ण भारत का दलित बहन मायावती जी को अपना '''नेता-रहबर-मसीहा''' मानता है भारत के 36 राज्यो में से लगभ 15-राज्यों में BSP ने जय भीम के नारे से M.P M.L.A चुनकर लाये है*

*(15-A)--1943 बंगाल तथा 2007 उत्तर प्रदेश कि भाँति 2008 दिल्ली विधान सभा व 2009 हरियाणा विधान सभा मे लगभग-14% से 15% वोट पाकर अगले चुनाव में BSP दिल्ली व हरियाणा में सरकार बनाने वाली थी तथा 2008-09 परमाणु डील के मुद्दे पर प्रकाश करात साहब के अगुआई में कम्युनिस्ट पार्टी ने तीसरे मोर्चे के रूप में भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी का नाम प्रधानमंत्री के रूप मे आगे बढ़ा किया था तब समाजवादी पार्टी व BJP ने नोट के बदले वोट-काण्ड करवा कर अल्पमत में आई काँग्रेस कि सरकार को बचाकर भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी को प्रधानमंत्री बनने से रोका था--//--इससे साफ हो जाता है कि काँग्रेस-BJP एक ही है अर्थात काँग्रेस-BJP तराजू के दो पलड़े है और समाजवादी-पार्टी नही बल्कि समाप्तवादी-पार्टी उनकी पिट्ठू है*

*(15-B)--इसीलिये तो 2003 में केंद्र कि BJP सरकार के आशीर्वाद से मुलायम सिंह यादव ने दल-बदल कानून की धज्जियाँ उड़ाकर BSP के विधायक तोड़कर अ-संवैधानिक सरकार बनायी थी मुल्ला-मुलायम सिंह यादव साहब कि बनाई हुई इस अ-संवैधानिक सरकार में अपने विधायक केसरीनाथ त्रिपाठी को BJP ने विधान सभा अध्यक्ष कैसे बनाये रखा था इस पर आज तक देश के वफादार भीमवादी मुसलमान भाईयों को समाजवादी पार्टी से सीधा-सीधा जायज/वाजिब सवाल-जवाब करना चाहिए*

*(15-C)--इस तरह मुलायम सिंह यादव कि सरकार के कार्यकाल के अंत में सुप्रीम कोर्ट ने इस सरकार को अ-संवैधानिक घोषित किया था.....अब और सवाल उठता है कि सुप्रीम कोर्ट ने इतना लम्बा समय कैसे लेकर कार्यकाल के अंत मे मुलायम सिंह यादव कि सरकार को अ-संवैधानिक घोषित किया तथा जब मुलायम सिंह यादव कि 4-साल वाली इर्द-गिर्द कि सरकार अ-संवैधानिक यानि गैर-कानूनी थी तो उस सरकार मे बने कानून आदि सब ''वैध-जायज'' कैसे हो सकते है आज तक इस पर डिबेट होना चाहिए कि नहीं---*

*(15-D)--इसके अलावाँ कुछ और षड्यंत्र-कारी चाल को समझो जैसे भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी को प्रधानमंत्री बनने से 2008-09 मे रोका गया था एक बात डंके कि चोट पर बहुजन हसरत पार्टी BHP सीना ठोंककर कहती है कि--बहन जी/--बहन जी/--बहन जी--आज चुनाव हो जावे तो भारी बहुमत से चुनाव जीतकर काँग्रेस-BJP कि एक साथ जमानत जब्त करवा सकती है परन्तु काँग्रेसी EVM देवता यंत्र मशीन BSP को धूल चटा रही है याद रखो वैसे ही दलित+मुस्लिम एकता को दफन करने के लिए 1947 में पाकिस्तान बनाकर विश्व ज्ञानी बाबा-साहेब को प्रधानमंत्री बनने से रोका गया था तथा मंडल आयोग के आंदोलन को कुचलने के लिए बोफोर्स के मुद्दे कि आड़ में 1989 में जनता-दल का निर्माण करके मान्यवर काँशीराम साहब जी को भी प्रधानमंत्री बनने से रोका गया था---*

*(15-E)--अब समझ जाओ कि किस षड्यंत्र से बाबा-साहेब को व मौलाना अबुल कलाम आजाद को तथा फिर मान्यवर काँशीराम साहब को पंडित-पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया था उसी तरह अब भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी को P.M नही बनने दिया जा रहा है या यूँ कहना गलत नही होगा कि बहन जी कि BSP केन्द्र मे न पहुँचने पावे ऐसा घोर षड्यंत्र चालू है ऐसा प्रतीत होता है कि पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस/BJP दलित-मुस्लिम को देश का प्रधानमंत्री नही बनाना चाहती है यदि दलित-मुस्लिम एकता करके देश पर 1943-बंगाल कि भाँति पुनःह एक हो गये तो-तो-तो ये दिल्ली कि गद्दी बिल्ली बनकर दलित-मुस्लिम का तलुवा चाटेगी* 

*(16)--विश्व ज्ञानी बाबा-साहेब के ऐकला आदर्शवादी चेला भीमवादी दलित बब्बर शेर मान्यवर काँशीराम साहब ने कहा था कि मैं काँग्रेस को साफ-साफ-साफ और BJP को हाफ-हाफ-हाफ कर दूँगा और काँग्रेस व BJP को 100-100 सीटों के अंदर रोक दूँगा ताकि ये दोनों पार्टियाँ एक होकर भी केंद्र में सरकार न बना सके और 272 का आँकड़ा न छू सके जो 2009 आते-आते सच हो रहा था जिससे काँग्रेस-BJP को अपना अंत दिख रहा था---*

*(16-A)--2008-09 कि भाँति भविष्य में भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी कहीं ''तीसरे-मोर्चे'' कि नेता बनकर बाबा-साहेब/मौलाना अबुल कलाम आजाद व मान्यवर काँशीराम साहब का बदला न लेने पावे अर्थात यूँ कहा जाय कि बहन मायावती देश कि प्रधानमंत्री न बनने पावे तथा न बहन मायावती जी के नेतृत्व में ''तीसरा-मोर्चा'' का उदय न होने पावे*

*(16-B)--इसलिए काँग्रेस ने 2009 से सम्पूर्ण चुनाव EVM से करवाना चालू कर दिया है तथा बहन मायावती जी का नाम आगे करने वाली 35-साल से पश्चिम बंगाल कि सत्ता-सीन कम्युनिस्ट पार्टी से बदला लेने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी को काँग्रेसी EVM देवता यंत्र के माध्यम खत्म करने के लिए एक तरफ बंगाल में काँग्रेस/BJP ने अपनी प्यादी ममता बनर्जी कि बहुमत कि सरकार बनाई*

*(16-C)--लेकिन फिर भी कम्युनिस्ट पार्टी इस काँगेसी EVM देवता यंत्र मशीन के खिलाफ आंदोलन क्यों नही करती यह सवाल बना हुआ है इस पर भी डिबेट होना उतना ही जरूरी है जितना अंधे को आँख कि जरूरत होती है मगर ऐसे तमाम डिबेट से ''काँग्रेस-BJP-RSS-EVM-कोलजियम'' कि सच्चाई समाज मे उजागर हो जायेगी इस हिन्दू-मुस्लिम मे तथा कटुवा-कट्टमुल्ला-आतंकवादी-पाकिस्तानी जासूस व धर्म के नाम  पर डिबेट होता है जो न्याय-संगति कभी प्रतीत नही करता है जो देशहित-जनहित मे अब बंद होना चाहिऐ*  

*(16-D)--दूसरी तरफ उत्तर भारत के सभी राज्यों में खासकर दिल्ली-हरियाणा-पंजाब में BSP कि सरकार 101% बनने वाली थी BSP कि सरकार न बने उसे रोकने के लिए आरक्षण विरोधी अरविंद केजरीवाल को ढोंगी/नाटकीय/छलिया/बहुरूपिया अन्ना हजारे के कंधे पर काँग्रेस-BJP दोनों ने अंदरूनी साँठ-गाँठ वाली आपसी नूरा-कुश्ती के उठा-पटक के हिसाब किताब से पैदा किया*

*(16-E)--जिसकी खबर इन अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेतागण को नही है इसकी खबर-सूचना सिर्फ भीमवादी-हसरत मोहानी-वादी लोगो को 101% है मगर भीमवादी लोगो कि खबर-सूचना को EVM-कोलजियम-सिस्टम ने नेस्तनाबूत करना चाहता है---जिस काँग्रेसी देवता यंत्र मशीन व कोलजियम-सिस्टम वाली अदालत का अंत भी देशहित-जनहित मे भीमवादी-हसरत मोहानी-वादी लोग ही करेंगे*

*(16-F)--अब सोंचो काँग्रेस-BJP दोनों ने केजरीवाल को क्यों पैदा किया ताकि आरक्षण विरोधी केजरीवाल को मीडिया के माध्यम से दलित-हितैषी बताकर केजरीवाल के कंधे पर BSP/बहन जी को रोका जा सके काँग्रेस-BJP अपने इन दोनों प्यादे ममता बनर्जी व अरविंद केजरीवाल को बुद्ध के शूद्र जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इनको गुमराह करने के लिए देश के सामने ''तीसरे-मोर्चे'' के नेता के रूप में मनुवादी मीडिया के माध्यम से ऐसा पेश करती है ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ही काँग्रेस/BJP को देश लेबल टक्कर दे सकते है* 

*(17)--जब कि एक तरफ हर जिले में लाखो कि भीड़ इकठ्ठा करने वाली भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी कि सभा मे ये मनुवादी मीडिया न्याय के हिसाब से साफ नही दिखाती है तथा EVM के कारण BSP को कैसे धूल चटाकर BSP को रोका जा रहा है BSP इसलिऐ सीटे नही जीत पाती है ऐसी सच्चाई कुछ भी नही बताया जाता है वही दूसरी तरफ खुले मैदान में हजार-दो हजार दलित-मुस्लिमों को इकट्ठा करने कि औकात जिस आरक्षण विरोधी अरविंद केजरीवाल के पास नही है उसे दलितों को हितैषी बताकर उसकी EVM से सीटे जितवाने के लिए 24 घंटे ये मनुवादी-गोदी मीडिया अंदरूनी पहल के अनुसार इस  काँग्रेस-BJP के इशारे से प्रसारित करती है जिसे अब फौरन समझना होगा*

(17-A)--जिसे ये टूटे हुए पुरानै जनता दल के धड़ो के 99% नेतागण भी काँग्रेस-BJP कि सरकार केंद्र में बनाने में मदद करते है ताकि भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी/BSP को केंद्र में आने से रोका जाए.......बैलेट पेपर से चुनाव होगा तो ये केजरीवाल व ये ममता बनर्जी 5-5 सीटे भी नही जीत सकती और न ही ये काँग्रेस-BJP दोनों मिलकर 50 सीट भी जीत सकती है यह बहुजन हसरत पार्टी BHP का देशहित-जनहित मे दावा/यकीन है।*

*(18)--इसलिए भीमवादी दलित नेता बहन मायावती जी के नेतृत्व में तीसरा मोर्चा न बने तथा बहन जी को प्रधानमंत्री बनने से रोकने के लिए काँग्रेस-BJP ने समाजवादी विचारों के ढोंग कि आड़ में जनता दल आदि के नाम से ढोंगी-गुमरह-वादी तीसरे मोर्चे का जाल बिछाया गया था और आज भी ये कार्यक्रम आरक्षण विरोधी केजरीवाल-ममता बनर्जी के रूप में जारी है और तो और EVM से भी वोटो कि लूट जारी है।*

*(19)--इसलिए तो सारा नाटक-ड्रामा-षड़यंत्र-नोटबंदी आदि बहन जी कि BSP को रोकने के लिए था BSP को कैसे रोका जाए तथा काँग्रेस-BJP के अलावाँ कोई भी केंद्र में सरकार न बनावे पावे व काँग्रेस-BJP ही 10-10 साल बारी-बारी पक्ष-विपक्ष में बनी रहे इसलिए 08/10/2013 सुप्रीम कोर्ट के आदेश कि धज्जियाँ उड़ाकर काँग्रेस ने 2014 में बिना VVPAT लगाए EVM में गड़बड़ी करके अपनी B टीम BJP कि सरकार बनाई और अधिकृत विपक्ष कि भूमिका भी अदा न करनी पड़े इसलिए काँग्रेस ने खुद को EVM से 54 सीट के बजाय केवल 2014 मे 44 सीट और 2019 मे 52-सीट पर खुद को समेट लिया और जनता-जनार्दन को यह साबित कर दिया कि EVM सही है आज देश कि 99% जनता-जनार्दन मे यही काना-फूंसी चालू है कि काँग्रेस का पतन BJP ने कर दिया मगर सभी को पता होना चाहिए कि RSS-BJP-EVM-कोलजियम सबकी जननी काँग्रेस पार्टी है* 

*(20)--इतना ही नही 2019 का लोकसभा चुनाव काँग्रेस के राजकुमार राहुल गाँधी ने वायनाट केरला और अमेठी उत्तर प्रदेश इन दो जगह से इसलिए लड़ा था ताकि भीमवादी पार्टी BSP+SP का गठबंधन लोकसभा कि 80-सीट में से 75-सीट जीतने वाली थी और भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी प्रधानमंत्री बनने वाली थी उसे कैसे रोका जाए व साथ मे EVM को भी बचाया जाए तथा जनता-जनार्दन के बीच मे  हम दोनो पार्टी काँग्रेस-BJP का सच उजागर न होने पावे*

(20-A)--इसलिए BSP+SP का समर्थन होने के बावजूद राहुल गाँधी ने अपनी पुश्तैनी जिताऊ सीट अमेठी से चुनाव कैसे हार गये ये अजीबो-गरीब पहेली बन गई है जिस पर बहुजन हसरत पार्टी BHP को नही कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो को हँसी भी आती है और दु:ख भी होता है*

*(20-B)--याद रखो जिसकी पार्षद का चुनाव जीतने कि औकात नही है ऐसी राजनीति कि बचकानी कहो या एक सड़क-छाप नेत्री कहो या एक मामूली टीवी सीरियल वाली कलाकार कहो ये स्मृति ईरानी साहिबा से ये काँग्रेस पार्टी का राजकुमार राहुल गाँधी साहब का चुनाव हारना व पहली बार केरला-वायनाड से चुनाव लड़कर जीतना यानि 2019 के लोकसभा चुनाव में काँग्रेस के राजकुमार राहुल गाँधी ने वायनाट केरला और अमेठी उत्तर प्रदेश इन दो जगह से चुनाव लड़ने का जो षड्यंत्र खेला था वाकई मे काबिले तारीफ है जो अपने मे काबिलियत का उदय करता है जिस पर हमेशा-हमेशा के लिये समय-समय पर तर्क करना चाहिए या तर्क करना होगा*

*(21)--2019 में राहुल गांधी ने दो जगह से चुनाव लड़कर केवल बहन मायावती जी को प्रधानमंत्री होने से ही नही रोका बल्कि EVM को भी बचाया और तो और BJP के माध्यम से संविधान, लोकतंत्र, MUSLIM SC ST OBC कलाकार जाति पेशेवर वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इनको व नौजवान, नौकरी, कामगार, किसान, मध्यम व छोटे उद्योग पति, सरकारी कंपनी-उद्योग आदि को बर्बाद करने के लिए तथा OBC कि जनगणना रोकने के लिए, मंडल आयोग लागू न करने से रोकने के लिए तथा SC ST ACT को बदलने के लिए, MUSLIM SC ST OBC भाईयों के वोट के अधिकार को खत्म करने हेतु BJP द्वारा NRC CAA NPR कानून बनाने के लिए तथा देश के किसानों को भीख मँगवाने वाले 3-काले कृषि कानून लाने के लिए तथा देश को पूँजीपतियों का गुलाम बनाने के लिए BJP को पूरी आजादी मिले और काँग्रेस को अधिकृत विपक्ष कि भूमिका भी अदा न करनी पड़े इसलिए जो षड्यंत्र का खेल खेला गया है वाकई मे नहले-पे-देहला वाली कहावत से ज्यादा कारगर है*

*(22)--इसके लिए 54 कि जगह काँग्रेस ने सिर्फ 52 सीट पर ही जीत हासिल करके काँग्रेस ने EVM को बचाने के साथ-साथ BJP कि सरकार बनाई जिसका सबूत है कि 2018 में मध्य प्रदेश/राजस्थान/छत्तीसगढ़ में बहुमत कि सरकार बनाने वाली काँग्रेस महज 4 महीने बाद हुए लोकसभा चुनाव में इन 3 राज्यो में (मध्य प्रदेश-1, राजस्थान-0, छत्तीसगढ़-2) केवल 3 सीट पाने के बावजूद भी राहुल गाँधी-काँग्रेस EVM हटाओ ''बैलेट-पेपर" से चुनाव कराओ आन्दोलन देश-भर में न चलाकर बल्कि भारत जोड़ो यात्रा कि नौटंकी करके तथा BJP को खत्म करने के बजाय BSP को ही खत्म करने कि जैसे सुपारी ले रखी है इसलिए तो BJP को रोकने के लिए राजस्थान में बिना शर्त के काँग्रेस कि सरकार को समर्थन दे रही बहुजन समाज पार्टी BSP के सभी विधायकों को तोड़कर काँग्रेस में शामिल करवाया गया*

*(23)--इसलिए तो काँग्रेस कभी EVM के खिलाफ नही बोलती उल्टा EVM को बचाने के लिए अग्रसर रहती है इसलिए तो उद्धव ठाकरे साहब कि सरकार में नाना पटोले साहब ने महाराष्ट्र विधान सभा का अध्यक्ष होंते हुए जब लोगो कि भावना व विपक्ष के विरोध कि कद्र करते हुए संविधान के आर्टिकल 328 के तहत राज्य के लोगो को EVM के साथ-साथ बैलेट पेपर से चुनाव कराने का विकल्प देने वाला कानून कैबिनेट में पास किया तो काँग्रेस ने दो दिन में नाना पटोले साहब से विधान सभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा ले लिया और तो और बैलेट पेपर से चुनाव कराने का यह कानून उद्धव ठाकरे साहब अपने राज्य में पास न करने पावे इसलिए इसे रोकने के लिए काँग्रेस ने महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में शिवसेना को समर्थन देने कि बजाय BJP को वोट किया और काँग्रेस ने शरद पवार के माध्यम से शिवसेना में 2 फाड़ करके BJP के साथ मिलकर एकनाथ शिंदे साहब कि अगुवाई में शिवसेना कि सरकार बनाई।*

*(24)--यदि बहुजन हसरत पार्टी BHP का ये दावा झूठा है तो राहुल गाँधी--अखिलेश यादव--लालू प्रसाद यादव--नीतीश कुमार--फारुख अब्दुल्ला- महबूबा मुफ्ती - चंद्रशेखर राव - जगन रेड्डी-ओवैसी- शिवसेना - शरद पवार - कुमार स्वामी - अमित जोगी - अकाली दल - नवीन पटनायक कि - हेमंत सोरेन स्टॅलिन DMK - कम्युनिस्ट पार्टी- ममता बनर्जी - अरविंद केजरीवाल आदि नेता गण देशहित-जनहित में जिस किसी राज्य में इन पार्टियों कि सरकार है वह सब अपने-अपने राज्य मे नाना पटोले साहब कि भाँति EVM मशीन के साथ-साथ ''बैलेट-पेपर'' से चुनाव कराने का कानून क्यों पास नही कर रहे है क्या अब अन्यथा ऐसा माना जायेगा कि ये पार्टियाँ ही चाहती है कि BJP कि सरकार 2024 में पुनःह बने---*

*(24-A)--नाटक/ड्रामा/छल/षड्यंत्र को समझो आज 2024 के चुनाव के पहले फिर तीसरा/चौथा/पाँचवा मोर्चा बनाने का जो ढोंग चालू किये है वह बहुत ही मजाक लगता है क्योंकि पंडित समुदाय कि ममता बनर्जी और आरक्षण विरोधी बनियाँ अरविंद केजरीवाल को छोड़कर बाकी आज वही लोग मोर्चा बनाने कि नादानी कर रहे है जो जनता-दल का नामो-निशान व चुनाव चिन्ह ''चक्र'' काँग्रेस/BJP के हाँथों गवाँ चुके है इन सभी तीसरे मोर्चे के नाटकीय नेतागण को चाहिए कि भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी से जाकर विचार-विमर्श करें कि काँग्रेस-BJP-RSS-EVM-कोलजियम के आतंक से देश को कैसे बचाया जाय बहुजन हसरत पार्टी BHP कि बात को---अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मे नालायक नौटंकीबाज टपोरी सड़क छाप नेतागण बनकर नही---बल्कि ''भीमवादी'' बनकर तर्क करो*

*(24-B)--यदि इन पार्टियों को काँग्रेस-BJP डरा रही है या किसी मजबूरी में काँग्रेस-BJP से लड़ने का केवल ढोंग कर रहे है तो इस काँग्रेस-BJP को देश से उखाड़ फेंकने कि हैसियत रखने वाली भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी के नेतृत्व में तीसरा मोर्चा बनावे फिर देखना कैसे बहन मायावती जी इस काँग्रेस-BJP के आपसी नूरा-कुश्ती का कैसे अंत करती है यह भरोसा देश के दलित+मुस्लिम आदि सभी को है-----इसलिए बुद्ध के शूद्र आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग इस देश से काँग्रेस-BJP को उखाड़ फेंकने के लिए ये नारा का आगाज कर दिये है कि....* 

*-बुद्ध के शूद्रों ने ये दिल मे ठाना है...*


*बहन मायावती जी को P.M/प्रधानमंत्री बनाना है.....*


*दलित-मुस्लिम साथ चलेगा OBC अब राज करेगा....*


*खोलो अपनी आँख मुस्लमाँ छीन लो अपनी नवाबी*


*वरना माना जायेगा सब तुम सबकी है खराबी*


*होश मे आकर दलित-मुस्लिम का राग अलापो*


*1943-बंगाल कि तरह एक होकर रामराज-मनुराज के राज को नापो*


*घटिया पार्टी घटिया सोंच काँग्रेस-BJP के स्तर को जानो*


*क्या सच कहती है ये बहुजन हसरत पार्टी BHP अब तो इसकी बात तो मानो* 


*दलित-मुस्लिम जिस दिन बंगाल कि भाँति एक हो गया*


*मानो उस दिन काँग्रेस-BJP-EVM-कोलजियम का अंत हो गया*


*दलित-मुस्लिम का मान लो सीधे-सीधे अब कल्याण हो गया*


*पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस/BJP का अब मानो सत्यानाश हो गया*


*Note--नोट--Note--नवाबी का मतलब आज का M.P-M.L.A-C.M व डिप्टी P.M होता है*


*लिखने में कोई गलती हुई हो तो कृपया देशहित-जनहित में क्षमा कीजिए*


*मुहम्मद मैराज शेख*

*संस्थापक-राष्ट्रीय-अध्यक्ष : बहुजन हसरत पार्टी-BHP*


*28/04/2023 ---------  9819316944*




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