सईद अख्तर ग्राम प्रधान रुहासा का चले जाना मौत एक समाजसेवी की बहुत याद आएगी ।
सईद अख्तर मेरठ जिले के सरधना तहसील के ग्राम रुहासा के प्रधान ही नहीं थे वह एक समाजसेवी भी थे। सरधना कस्बे में अक्सर उनसे मुलाकात हुई एक पत्रकार की हैसियत से उनसे ज्यादा घनिष्ठता तो नहीं थी लेकिन जब भी मिला तो उन्होंने मुस्कुरा कर मेहमान नवाजी की। किसी चुनाव कार्यालय का परिदृश्य कैसे भुलाया जा सकता है। मरहूम बाबू जी अब्दुल वहीद कुरैशी पूर्व विधायक की कोठी के सामने या फिर कोई अन्य मौका हो सरधना नगर पालिका परिषद का चुनाव का समय हो या फिर कोई अन्य मुख्य मुद्दा उनसे अक्सर मुलाकात हो जाती थी। एक राजनीतिक व्यक्ति की पहचान होती है कि वह अपने विचारों से प्रभावित करता है। सईद अख्तर रिजवी ने यह काम बखूबी जिंदगी भर निभाया।
अपने गांव रुहासा का प्रधान बन कर उन्होंने गरीबों की सेवा की । जो एक प्रधान का दायित्व होता है उसको उन्होंने बखूबी निभाया। एक समाजसेवी के तौर पर उनका एक मिशाली जीवन था। वह किडनी की बीमारी से पीड़ित थे ।पिछले दिनों उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उनकी रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव आया था। और आखिरकार मौत का एक वक्त मुकर्रर है और जाना ही पड़ता है। और सईद अख्तर रिजवी इस दुनिया ए फानी से चले गए। लेकिन वह हमेशा याद आएंगे। अल्लाह ताला उनकी मगफिरत फरमाए ।आमीन - सुम्मा आमीन
एस ए बेताब पत्रकार
*👉--इसका जवाब पंडित नेहरू व राम मनोहर लोहिया व मौलाना अबुल कलाम आजाद व गाँधी जी व जिन्ना हरामी व 3743 OBC को बेवकूफ बनाने वाले बल्लभ भाई पटेल के पास है वही लोग बता सकते थे परन्तु---?* *👉--बाबा-साहेब के ऐकला आदर्शवादी चेला भीमवादी दलित बब्बर शेर मान्यवर काँशीराम साहब प्रधानमंत्री नही बन सके* *👉--इसका खुलासा (स्व०)-मुल्ला-मुलायम सिंह यादव साहब व लालू प्रसाद यादव साहब व 16-टुकड़ो मे बिखरे पूर्व जनता-दल के सभी नेतागण ही बता सकते है* *👉--चौधरी देवीलाल साहब प्रधानमंत्री नही बन सके और V.P सिंह साहब कैसे प्रधानमंत्री बन गये इसका जवाब काँग्रेस व BJP के पास है---परन्तु काँग्रेस-BJP को ठोकर मारकर BSP के जन्मदाता मान्यवर काँशीराम साहब के बल पर जब तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री V.P सिंह साहब ने मंडल आयोग लागू किया तो मनुवादी लोग मानो चट्ठी मे पेशाब हो गया उसी समय से वी॰~पी॰सिंह साहब देश के असली रहनुमा-मसीहा-रहबर बन गये अर्थात भीमवादी क्षत्रिय बन गये ऐसा कथन बहुजन हसरत पार्टी BHP का देशहित-जनहित में है* *👉--यदि भीमवादी क्षत्रिय तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय V.P सिंह साहब मंडल-आयोग लागू नही किये होत
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