सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पंचायत का ऐतिहासिक फैसला : लोगों पर अत्याचार करने वाले दो भाईयों को किया कुरैशी बिरादरी से‌ निष्कासित।

Report By:Anita Devi 
देवरनियां के मुंडिया जागीर में कुरैशी बिरादरी की बैठक में हुआ फैसला।
जानलेवा हमले में बिरादरी से निष्कासित दोनों भाईयों समेत चार पर हुए हैं नामजद।
पुलिस की रैड, आरोपी फरार।
देवरनियां। लोगों पर जुल्म- अत्याचार करने वालों पर कानून का शिकंजा कसने के अलावा बिरादरी का शिकंजा कसने लगा है। नगर पंचायत देवरनियां के कस्बा मुंडिया जागीर में कुरैशी बिरादरी के लोगों पर जुल्म करने वाले दो सगे भाईयों को पूरे परिवार के साथ बिरादरी से निष्कासित करने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया गया है।
कस्बा मुंडिया जागीर निवासी अशरफ कुरैशी, रहीसा कुरैशी दोनों सगे भाईयों के अलावा रहीसा कुरैशी के पुत्र इस्लाम कुरैशी  और  अलीम कुरैशी पर मुंडिया जागीर निवासी मोहम्मद आसिफ ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि  उक्त लोगों ने उस पर जानलेवा हमला किया है, जिससे वह बाल-बाल बच गया।
इस रिपोर्ट के बाद सी.ओ बहेड़ी व  देवरनियां कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के घर रैड मारी थी, मगर वह हत्थे नहीं चढे। 
... कुरैशी बिरादरी का ऐतिहासिक फैसला।
सोमवार रात कुरैशी बिरादरी की बैठक मुंडिया जागीर कस्बे में हुई, जिसमें गणमान्य लोगों ने ऐतिहासिक फैसला करते हुए, कुरैशी बिरादरी के छोटे-बडे लोगों पर कई वर्षों से जुल्म करते आ रहे अशरफ कुरैशी, रहीसा कुरैशी, सईदा कुरैशी पुत्र मरहूम रफीका कुरैशी सहित कुरैशी बिरादरी से निष्कासित करने का ऐतिहासिक फैसला किया है। कुरैशी बिरादरी के गणमान्य लोगों ने यह कदम निष्कासित लोगों के अत्याचार से तंग आकर उठाया है। फैसला सुनाने वाले गणमान्य लोगों में मोहम्मद मियां कुरैशी, हाजी इरशाद कुरैशी, ललुआ कुरैशी, हाजी शरीफ कुरैशी, असलम कुरैशी सब्जी वाले, अब्दुल वहीद कुरैशी आदि मौजूद रहे।
... फैसले की हो रही हर तरफ  चर्चा।
कुरैशी बिरादरी का यह फैसला ऐतिहासिक है, जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। इस फैसले से साफ संदेश देने की कोशिश की गई है,कि समाज में  अत्याचार करने वालों के साथ ऐसा ही होना चाहिए।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

संगम फाउंडेशन व हिंदी उर्दू मंच के संयुक्त तत्वावधान में एक शानदार नातिया मुशायरा हुआ*

शाहिद खान संवाददाता पीलीभीत*  पीलीभीत: संगम फाउंडेशन व हिंदी उर्दू मंच के संयुक्त तत्वावधान में एक शानदार नातिया मुशायरा जश्ने ईद मिलादुन्नबी के  सिलसिले में  हाजी ज़हीर अनवर की सरपरस्ती में ग्रेस पब्लिक स्कूल ख़ुदा गंज में आयोजित किया गया जिसकी *सदारत मौलाना मुफ्ती हसन मियां क़दीरी* ने की, निज़ामत का कार्य ज़ियाउद्दीन ज़िया एडवोकेट ने किया जनाबे सदर हसन मियां कदीरी ने अपने कलाम मे कहा जलवाए हुस्ने इलाही प्यारे आका की है जात,रुख से रोशन दिन हैं उन के जुल्फ़ का सदका है रात मुशायरा कनवीनर मुजीब साहिल ने यूं फरमाया दिल के बोसीदा ज़ख्म सीने को इश्क  वाले  चले  मदीने   को हाशिम नाज़ ने अपनी नात पढ़ते हुए कहा बिना ज़िक्रे नबी मेरी कोई पहचान थोड़ी है,कि नाते मुस्तफा लिखना कोई आसान थोड़ी है नाजिम नजमी ने अपने कलाम में यूं कहा सुकूने दिल नहीं मिलता उसे सारे जमाने में बुलालो अबतो आका मुझ को अपने आस्ताने में हर सिमत यहां बारिशे अनवारे नबी है उस्ताद शायर शाद पीलीभीती ने अपने मखसूस अंदाज में कहा  बन के अबरे करम चार सू छा गए जब जहां में हबीबे खुद...

*EVM नये-छोटे-दलों का तथा BSP का उदय केंद्र मे नहीं होने दे रहा है*

(1)-पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP के नाटकीय नूरा-कुश्ती के खेल से 99% लोग अंजान है एक तरफ राहुल गाँधी भारत-जोड़ो-यात्रा का ढोंग कर रहे है तो दूसरी तरफ खडगे और शशी थरूर मे टक्कर दिखाकर खडगे (दलित) को काँग्रेस का अध्यक्ष बनाकर RSS-BJP कि जननी काँग्रेस BSP/भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी को शिकस्त देने के लिए दाँव-पेंच खेली है तथा इन बुद्ध के शूद्रो पर जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इन्हे राजनीति के क्षेत्र में नपुंसक व अपाहिज बनाने के लिए जबरजस्त बेहतरीन चाल भी चली है इसलिए अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मा न बनकर 'भीमवादी-बनो' बहुजन हसरत पार्टी BHP कि बात पर तर्क करो गलत लगे तो देशहित-जनहित मे माफ करो* *(2)-जब-जब BSP को तोड़ा गया तब-तब Muslim Sc St Obc बुद्ध के शूद्र वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो ने उसके अगले ही चुनाव में BSP को 3-गुना ज्यादा ताकतवर बनाकर खड़ा किया है जैसे-1993/1995/1997 व 2002-03 में BSP को अ-संवैधानिक तरीके से तोड़कर समाजवादी पार्टी व BJP...

बहेड़ी से 50 जायरीनों का ऐतिहासिक उमराह सफर, शहर में जश्न का माहौल

बहेड़ी, बरेली: गुरुवार को बहेड़ी से 50 जायरीनों का एक बड़ा और ऐतिहासिक काफिला उमराह के मुकद्दस सफर पर रवाना हुआ।  इस काफिले में हमारे व्यापार मंडल के प्रमुख सदस्य मोहम्मद नईम (सर) हाजी अजीम चिश्ती सहित शहर के कई अन्य लोग और उनके परिवारों के लोग शामिल थे, जिससे पूरे नगर में खुशी और भाईचारे का माहौल देखने को मिला। इस पाक सफर पर जाने वालों में व्यापार मंडल के साथी मोहम्मद नईम साहब, हाजी अजीम चिश्ती, हाजी इकरार अहमद और तौफीक नूरी प्रमुख थे। इस बड़े समूह को विदाई देने के लिए राजनेताओं, समाजसेवियों, और सभी समुदायों के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जायरीनों को फूल-मालाओं से लादकर विदा किया गया, व्यापार मंडल के अध्यक्ष सलीम रहबर के नेतृत्व में मीडिया प्रभारी वसीम आइडिया, उपाध्यक्ष बबलू अमीर, उमर रशीद, युवा अध्यक्ष नदीम फैंसी, तैयब कासमी, हाजी इरशाद, और ज़लीस शाहजी समेत कई पदाधिकारी और सदस्य जायरीनों से मिले और उनके लिए दुआएँ कीं। इस मौके पर लईक शेरी, वासिफ संगम, नाजिम अनीस, और आसिफ विलियम जैसे अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। शहर भर के लोगों ने दिल से दुआएँ की कि अल्लाह ...