संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHRC) को पत्र लिखा है. कफील खान ने कहा कि भारत में असहमति की आवाज को दबाने के लिए और मानव अधिकारों के उल्लंघन के लिए NSA और UAPA जैसे सख्त कानूनों का दुरुपयोग किया जा रहा है. अपने पत्र में खान ने लिखा कि CAA के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने पर UNHRC ने उनके मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए भारत सरकार से आग्रह किया। यह प्रशंसनीय है लेकिन भारत सरकार ने उसकी अपील नहीं सुनी।कफील खान ने योगी सरकार की शिकायत करते हुए लिखा कि पुलिस शक्तियों का उपयोग करते हुए मानव अधिकार के रक्षकों के खिलाफ आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे भारत का गरीब और हाशिए पर रहने वाला समुदाय प्रभावित होगा। भारत में दलितों ,अल्पसंख्यकों, वंचित और शोषितो पर एनएसए यूएपीए लगाकर उनकी आवाज दबाई जा कफील खान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखने के साथ ही मानवाधिकार रक्षकों को रिहा करने के लिए भारत सरकार को फोन करने के लिए संयुक्त राष्ट्र को धन्यवाद दिया है। अपने पत्र में खान ने ‘शांतिपूर्ण तरीके से सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने' वाले कार्यकर्ताओं को छोड़ने का आग्रह भारत सरकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का धन्यवाद दिया खान ने लिखा, ‘मानव अधिकार के रक्षकों के खिलाफ पुलिस शक्तियों का उपयोग करते हुए आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे भारत का गरीब और हाशिए पर रहने वाला समुदाय प्रभावित होगा है।कफील खान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखने के साथ ही मानवाधिकार रक्षकों को रिहा करने के लिए भारत सरकार को फोन करने के लिए संयुक्त राष्ट्र को धन्यवाद दिया है। अपने पत्र में खान ने ‘शांतिपूर्ण तरीके से सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने' वाले कार्यकर्ताओं को छोड़ने का आग्रह भारत सरकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र का धन्यवाद दिया खान ने लिखा, ‘मानव अधिकार के रक्षकों के खिलाफ पुलिस शक्तियों का उपयोग करते हुए आतंकवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे भारत का गरीब और हाशिए पर रहने वाला समुदाय प्रभावित होगा
(1)-पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP के नाटकीय नूरा-कुश्ती के खेल से 99% लोग अंजान है एक तरफ राहुल गाँधी भारत-जोड़ो-यात्रा का ढोंग कर रहे है तो दूसरी तरफ खडगे और शशी थरूर मे टक्कर दिखाकर खडगे (दलित) को काँग्रेस का अध्यक्ष बनाकर RSS-BJP कि जननी काँग्रेस BSP/भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी को शिकस्त देने के लिए दाँव-पेंच खेली है तथा इन बुद्ध के शूद्रो पर जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इन्हे राजनीति के क्षेत्र में नपुंसक व अपाहिज बनाने के लिए जबरजस्त बेहतरीन चाल भी चली है इसलिए अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मा न बनकर 'भीमवादी-बनो' बहुजन हसरत पार्टी BHP कि बात पर तर्क करो गलत लगे तो देशहित-जनहित मे माफ करो* *(2)-जब-जब BSP को तोड़ा गया तब-तब Muslim Sc St Obc बुद्ध के शूद्र वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो ने उसके अगले ही चुनाव में BSP को 3-गुना ज्यादा ताकतवर बनाकर खड़ा किया है जैसे-1993/1995/1997 व 2002-03 में BSP को अ-संवैधानिक तरीके से तोड़कर समाजवादी पार्टी व BJP...
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