उत्तर प्रदेश के औरैया में समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता रहे पूर्व एमएलसी मुलायम सिंह यादव का शनिवार रात 9 बजे निधन हो गया। 92 वर्षीय मुलायम ने पैतृक गांव ककोर के कढोरे का पुरवा में अंतिम सांस ली।वह तीन बार स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य व इससे पूर्व दो बार औरैया के विकासखंड भाग्य नगर के ब्लाक प्रमुख भी रहे।
मूल रूप से कस्बा ककोर के पास स्थित कढोरे का पुरवा गांव के रहने वाले मुलायम सिंह यादव पूर्व सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के बेहद नजदीकी रहे हैं। उनके निधन की खबर पर समाजवादी पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई। रविवार को अंतिम दर्शन के लिए गांव में तांता लग गया।
(1)-पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP के नाटकीय नूरा-कुश्ती के खेल से 99% लोग अंजान है एक तरफ राहुल गाँधी भारत-जोड़ो-यात्रा का ढोंग कर रहे है तो दूसरी तरफ खडगे और शशी थरूर मे टक्कर दिखाकर खडगे (दलित) को काँग्रेस का अध्यक्ष बनाकर RSS-BJP कि जननी काँग्रेस BSP/भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी को शिकस्त देने के लिए दाँव-पेंच खेली है तथा इन बुद्ध के शूद्रो पर जो आज के MUSLIM SC ST OBC वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इन्हे राजनीति के क्षेत्र में नपुंसक व अपाहिज बनाने के लिए जबरजस्त बेहतरीन चाल भी चली है इसलिए अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसर-वादी निकम्मा न बनकर 'भीमवादी-बनो' बहुजन हसरत पार्टी BHP कि बात पर तर्क करो गलत लगे तो देशहित-जनहित मे माफ करो* *(2)-जब-जब BSP को तोड़ा गया तब-तब Muslim Sc St Obc बुद्ध के शूद्र वंचित हजारों कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगो ने उसके अगले ही चुनाव में BSP को 3-गुना ज्यादा ताकतवर बनाकर खड़ा किया है जैसे-1993/1995/1997 व 2002-03 में BSP को अ-संवैधानिक तरीके से तोड़कर समाजवादी पार्टी व BJP...
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