सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

बिहार चुनाव में जमीनी संघर्ष से जुड़े उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं रिहाई मंच के पदाधिकारी





 बिहार चुनाव में जमीनी संघर्ष से जुड़े उम्मीदवारों के पक्ष में रिहाई मंच

भागलपुर 23 अक्टूबर 2020. रिहाई मंच की टीम महासचिव राजीव यादव के नेतृत्व में बिहार चुनाव में जमीनी स्तर पर सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता व लोकतंत्र के पक्ष में संघर्षरत उम्मीदवारों के पक्ष में अभियानरत है. बांके लाल यादव, शकील कुरैशी,अवधेश यादव, आदिल आज़मी और अज़ीमुश्शान फ़ारूक़ी टीम में शामिल हैं.बिहार के भागलपुर के बिहपुर विधानसभा से रिहाई मंच ने अभियान की शुरुआत की है. बिहार में जमीन से उभर रहे बहुजन आंदोलन के चर्चित योद्धा गौतम कुमार प्रीतम सोशलिस्ट पार्टी(इंडिया) के उम्मीदवार के बतौर मैदान में हैं. वे बिहार में सामाजिक न्याय की लड़ाई को नये सिरे से गढ़ने की जद्दोजहद कर रहे दलित-बहुजन संगठनों के साझा मंच-सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के कोर कमिटी सदस्य भी हैं. गौतम कुमार प्रीतम एसी-एसटी एक्ट को बचाने के लिए हुए 2अप्रैल 2018 भारत बंद में बिहार में जेल जाने वाले एक मात्र योद्धा हैं. वे सीएए-एनआरसी-एनपीआर विरोधी आंदोलन में भी नेतृत्वकारी भूमिका में थे.रिहाई मंच की टीम ने गौतम कुमार प्रीतम के साथ कई गांवों का दौरा किया. ग्रामीणों को संबोधित भी किया. बिहपुर स्थित चुनावी कार्यालय में विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता बैठक को भी रिहाई मंच की टीम ने संबोधित किया.इस मौके पर रिहाई मंच के महासचिव राजीव यादव ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मनुवाद व पूंजीवाद के गठजोड़ के बढ़ते हमले का बिहार को मुंहतोड़ जवाब देना होगा. देश भर के सामाजिक न्याय पक्षधर लोकतांत्रिक जनमत को उम्मीद है कि बिहार का चुनाव संविधान व लोकतंत्र के पक्ष में जनादेश देगा. 

राजीव यादव ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार चुनाव से सामाजिक न्याय की आवाज पूरी तरह से गायब है. उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता व लोकतंत्र के सवालों पर सड़क पर लड़ने वाले योद्धाओं का विधानसभा जाना लोकतंत्र के हक में होगा. संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह जरूरी है.बिहपुर विधानसभा के विभिन्न हिस्सों से आये सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि बाढ़ और कोरोना के आपदा को नजर अंदाज कुर्सी प्रेमियों ने चुनाव थोप दिया है. हमेें केवल कुर्सी की चिंता करने वालों और केवल चुनाव में जनता के बीच आने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना है.

सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के रिंकु यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बहुजन पक्ष से चुनाव में मजबूत हस्तक्षेप और बहुजनों के मुद्दों पर बहुजनों की राजनीतिक ताकत को सामने लाने के लिए गौतम कुमार प्रीतम मैदान में हैं. बहुजनों के पक्ष से बहुजन मुद्दों पर बिहपुर की आवाज की गूंज पूरे सूबे तक पहुंचेगी. पूरी ताकत से हमें लड़ना है. इवीएम के 5 वें नंबर पर बैटरी टॉर्च चुनाव चिन्ह के सामने बटन दबाकर बहुजन दावेदारी को बुलंद करने का संदेश लेकर हमें बहुजनों के बीच जाना है.बैठक में वीरेन्द्र कुमार, अखिलेश, नसीब रविदास, गौरव पासवान, दीपक दीवान, राजेश ठाकुर, लंकेश पंडित, निवास पासवान, मिथुन पासवान, अनुपम आशीष, ऋतु राज, अभिषेक आनंद, सूरज पटेल सहित कई लोगों ने अपनी बातों को रखा.


द्वारा-

रिंकू यादव

94719 10152

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जो बाबा-साहेब को P.M नही बनने दिये वो क्या बहन जी को बनने देंगे ?

*👉--इसका जवाब पंडित नेहरू व राम मनोहर लोहिया व मौलाना अबुल कलाम आजाद व गाँधी जी व जिन्ना हरामी व 3743 OBC को बेवकूफ बनाने वाले बल्लभ भाई पटेल के पास है वही लोग बता सकते थे परन्तु---?*  *👉--बाबा-साहेब के ऐकला आदर्शवादी चेला भीमवादी दलित बब्बर शेर मान्यवर काँशीराम साहब प्रधानमंत्री नही बन सके* *👉--इसका खुलासा (स्व०)-मुल्ला-मुलायम सिंह यादव साहब व लालू प्रसाद यादव साहब व 16-टुकड़ो मे बिखरे पूर्व जनता-दल के सभी नेतागण ही बता सकते है* *👉--चौधरी देवीलाल साहब प्रधानमंत्री नही बन सके और V.P सिंह साहब कैसे प्रधानमंत्री बन गये इसका जवाब काँग्रेस व BJP के पास है---परन्तु काँग्रेस-BJP को ठोकर मारकर BSP के जन्मदाता मान्यवर काँशीराम साहब के बल पर जब तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री V.P सिंह साहब ने मंडल आयोग लागू किया तो मनुवादी लोग मानो चट्ठी मे पेशाब हो गया उसी समय से वी॰~पी॰सिंह साहब देश के असली रहनुमा-मसीहा-रहबर बन गये अर्थात भीमवादी क्षत्रिय बन गये ऐसा कथन बहुजन हसरत पार्टी BHP का देशहित-जनहित में है*  *👉--यदि भीमवादी क्षत्रिय तत्कालीन प्रधानमंत्री माननीय V.P सिंह साहब मंडल-आयोग लागू नही किये होत

भाजपा सरकार में किसान, नौजवान, महिलाएं, और गरीब सभी दुखी हैं| पिछडों, दलितों के आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है- अताउररहमान

Report By Anita Devi  बहेड़ी समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित जिला सचिव अंशु गंगवार  के नेतृत्व में ग्राम भोपतपुर अड्डे पर  खिचड़ी भोज का आयोजन हुआ|  जिसमें मुख्य अतिथि रहे सपा प्रदेश महासचिव व विधायक अताउरहमान  (पूर्व मंत्री) ने नवनिर्वाचित जिला सचिव का फूल माला पहनाकर भव्य स्वागत  करते हुए सभा को संबोधित करते हुए कहा की भाजपा सरकार में किसान, नौजवान, महिलाएं, और गरीब सभी दुखी हैं| पिछडों, दलितों के आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है| सभी लोग संबिधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए आदरणीय अखिलेश यादव जी के हाथों को मजबूत करें और श्री रहमान जी  खिचड़ी भोज में शामिल हुए|    इस मौके पर जिला छात्र सभा अध्यक्ष  मुकेश यादव, विधानसभा कोषाध्यक्ष हरस्वरूप मौर्य, जिला पंचायत सदस्य ब्रह्मस्वरूप सागर, मुशर्रफ अंसारी, शांतिपाल गंगवार, बूंदन अंसारी,प्रबन्धक देवकी नंदन गंगवार, रघुवीर,डॉ लालता प्रसाद, किशन गंगवार, इरशाद अंसारी, इरफान खां, बब्बन खां, दानिश खां, संजीव, परवेज गंगवार,तुलाराम गंगवार,आदि लोग मौजूद रहे

*NDA-बनाम-INDIA का उदय EVM-कोलेजियम को जीवनदान देने के लिए हुआ है*

*क्या NDA-बनाम-INDIA कि आड़ मे EVM-कोलेजियम फिर बच गया* * (1)-क्या UPA-काँग्रेस/अब नया नाम INDIA रखा गया है जो NDA काँग्रेस कि पैदा कि हुई B-टीम BJP है पंडित-पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP के अंदरूनी साँठ-गाँठ वाले आतंक को कैसे नष्ट किया जाय इसका जवाब यदि किसी को चाहिए तो देशहित-जनहित मे इस लेख को दिल से सैल्यूट करते हुए अंत तक पढ़े और पढ़ते हुए आपको खुद एक ऐसा रास्ता दिखेगा जिस रास्ते पर कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोगों को भरपूर सफलता दिखाई देगी तथा बुद्ध के शूद्र जो आज के Muslim Sc St Obc वंचित हजारो कलाकार जाति पेशेवर जाति वाले कामगार-श्रमिक-मजदूर-बहुजन लोग है इन्हे समझ मे आयेगा कि NDA-UPA का नया अध्याय NDA-बनाम-INDIA का उदय क्या EVM-कोलेजियम को जीवनदान देने के लिए हुआ है* *(2)-NDA-बनाम-INDIA का ड्रामा फैलाकर हे काँग्रेस-BJP दोनो पक्ष-विपक्ष कि भूमिका निभाने वाली पंडित-पुजारी कि पार्टीयों इस EVM-कोलेजियम को मत बचाओ हा-हा-हा-पूर्व जनता-दल के सभी 16-टुकड़ो में बिखरे नेतागण काँग्रेस को लेकर जो विपक्ष कि मीटिंग BJP-जटाधारी-फेकूचन्द मोदी के सत्ता के खिलाफ कर रहे है ये सब ढोंग और बकवास है क्यों