लोनी जितना फौलादी
इंसान पूरे भारत में नहीं
अक्सर आपने किसी इंसान की शक्ति के बारे में सुना होगा कि कितना सशक्त, कितना मजबूत और ताकतवर है बहुत बड़े ताकतवर और शक्तिशाली इंसान को कोराना ने औंधे मुंह गिरा दिया। कोरोना काल में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होते ही मानव के शरीर का एक चौथाई खून पानी बन जाता है। अच्छे-अच्छे तुर्रम खां को भीगी बिल्ली बनते देखा गया है। यह मात्र संयोग या मुहावरा नहीं है, जो बात हम कह रहे हैं वह डंके की चोट पर कह रहे हैं।" बेताब समाचार एक्सप्रेस" कि इस बात की गांठ बांध लेना ,यह बात कल्पना या उपहास में नहीं कहीं जा रही है। यह बात बिल्कुल सर्वे के आधार पर कही जा रही है। हमारे संवाददाता ने जाकर खुद देखा है, किसी की सुनी सुनाई रटी रटाई बात नहीं कह रहे हैं। "पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें" के आधार पर यह बात कही जा रही है, कि लोनी का आदमी पूरे भारत में सबसे ज्यादा ताकतवर है। अभी पिछले दिनों और वर्तमान में भी दिल्ली में प्रदूषण का हंगामा खड़ा किया जा रहा था। आम आदमी की बात तो छोड़ दीजिए लोनी थाना बॉर्डर पुलिस के कर्मचारी भी यहां पर ढाई सौ ग्राम धूल रोजाना फांक लेते हैं। यहां के इंसान पर प्रदूषण का कोई असर नहीं होता है। यह बात प्रमाणित हो चुकी है । जितने प्रदूषण में अन्य जगह के लोगों की सांसें उखड़ जाती है उतने प्रदूषण में यहां कोई असर नहीं होता है। थाने के बराबर में 200 लोग रेहडी , ठेली लगाकर 8 से 10 घंटे तक प्रदूषण में खड़े रहते हैं । लेकिन उनकी सेहत पर इस बात का कोई मलाल नहीं है। अब बात करें सड़क के गड्ढों की ,सड़क पर रहने ,चलने और यहां पर इतने वर्षों तक दुकानदारी करने का जितना जिगर लोनी निवासियों के पास है शायद देश में किसी के पास हो। यहां पर बारिश के पानी में सड़क पर कागज की नाव ही नहीं चलती। बल्कि असली नाव चलाने का भी अनुभव है । यहां के लोगों के मस्तिष्क की शक्ति की बात करें तो यहां पर इतने मजबूत मस्तिक वाले लोग रहते हैं। यहां की सड़कें, नाली ,टाइल्स कितनी भी बेकार हो ,इन लोगों का मस्तिक उसे स्वीकार कर लेता है। यहां के लोगों की सहनशक्ति की बात करें तो सूत्र बताते हैं कि पुलिस को यहां पर सबसे कम मेहनत करनी पड़ती है ।लोग पुलिस की बात आसानी से मान लेते हैं। अब बात करें यहां के पीने के पानी के टीडीएस की,तो लोग बताते हैं कि उनका मैदा इतना मजबूत है, इतना हाजमेदार है कि यहां पर टीडीएस कोई मायने ही नहीं रखता है। यहां के लोगों की शारीरिक मेहनत की बात करें तो दिल्ली, नोएडा यहां से लाखों लोग प्रतिदिन जाते हैं और 10 12 घंटे की ड्यूटी करके साइकिल चलाकर पसीना बहाते हुए आते हैं । लोनी के लोगों की आर्थिक मजबूती की बात की जाए तो आपने सुना होगा पहले लोग दूध, घी बेचकर मालामाल हो जाया करते थे। यहां पर लोग पानी बेचकर मालामाल हो जाते हैं। सबमर्सिबल लगाकर मालामाल होते जा रहे हैं बहुत से शहरों के विभाग वाटर लेबल का ध्यान रखते हुए सबमर्सिबल पर पाबंदी लगा देते हैं लेकिन यहां पर इस बात का कोई डर और भय नहीं रहता है। क्योंकि लोनी के लोग सर्वाधिक मजबूत लोग हैं । यहां पर 25 घरों में 30 समर्सिबल आसानी से मिल जाते हैं ।अभी पिछले दिनों हैदराबाद के लोग एक बारिश से घबरा गए। यहां के लोग कभी बारिश से नहीं घबराते हैं ।यहां पर चेरापूंजी से भी ज्यादा बारिश हो जाए तो भी यहां के लोगों को कोई दिक्कत नहीं होती है । यहां के लोगों की सहनशक्ति का टेस्ट लिया जाए तो पूरे भारत में इतना सहनशील प्राणी आपको कहीं नहीं मिलेगा। यहां के नेताओं के पास लोग शिकायत लेकर ही नहीं जाते हैं।जब हमने उनसे इसका कारण जानना चाहा तो 10 में से 9 लोगों का कहना था कि शिकायत करके क्यों अपना समय बर्बाद किया जाए । जब कुछ होना ही नहीं है तो फिर शिकायत क्यों की जाए । अन्य स्थानों के मुकाबले यहां की जनता धरना ,प्रदर्शन , जुलूस में भी विश्वास नहीं रखती है । यहां का इंसान इतना मजबूत है वह मेहनत में यकीन करता है। और दिन रात मेहनत में लगा रहता है । इसलिए यहां के नेता भी अपने साथ 10- 15 गनर लेकर चलते हैं। क्योंकि मजबूत जनता का नेता भी मजबूत होना चाहिए । यही लोनी से लगा हुआ दिल्ली में 200 यूनिट तक बिजली फ्री में मिलती है। पानी फ्री में मिलता है शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतरीन लाभ मिलता है लेकिन यहां के लोगों की सहनशीलता देखिऐ, यहां के लोग जो 8/ ₹10 यूनिट बिजली का भुगतान करके भी बहुत हंसी - खुशी रहते हैं । उनके माथे पर कोई शिकन नहीं होती । कोई शिकायत नहीं होती। इसके अलावा बिजली वाले वैसे घूमते फिरते आ जाए तो उनको चाय पानी भी पिला देते हैं। यहां के लोग है ना मजबूत ,यहां के लोग कितने मजबूत हैं? कितने मजबूत हैं ? इसका अंदाजा लगाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। इतना मजबूत इंसान मैंने तो पूरे भारत में कहीं नहीं देखा। यही कारण है यहां कोरोना के मरीज नहीं है। आप लोगों को मेरी यह बात अच्छी लगी हो तो इसे लाइक करें ,और इस पर कमेंट जरूर करें
धन्यवाद
प्रस्तुति एस ए बेताब (संपादक बेताब समाचार एक्सप्रेस ) हिंदी मासिक पत्रिका एवं यूट्यूब चैनल
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